प्रहरी संवाददाता/ तेनुघाट (बोकारो)। सोशलिस्ट पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय मंत्री मृणाल कांति देव ने पत्रकारों को बताया कि झारखंड (Jharkhand) के शिक्षा मंत्री के द्वारा विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को यह आश्वासन दिया गया था कि उनकी फीस माफ करवा दी जाएगी। मगर आश्वासन किसी काम का नहीं रहा। विद्यालय किसी भी छात्रों की फीस माफ नहीं कर रही है। विद्यालय के द्वारा विद्यार्थियों से ट्यूशन फी के अलावे अन्य फी की भी मांग की जा रही है।
जिससे अभिभावकगण पुरी तरह से परेशान है। अभिभावक को ऐसा लग रहा है कि उनके बच्चों को बिना पढ़ाएं विद्यालय को फीस देनी होगी। साथ ही कोरोना (Coronavirus) की हो रही लगातार वृद्धि के कारण देव ने केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार से मांग की कि विद्यालय को आगामी 5 नवंबर के बाद खोला जाए। अगर पहले खोला जाता है तो ऐसा लगता है कि बच्चों पर भी कोरोना का खतरा बना रहेगा। क्योंकि लगातार हो रही कोरोना की वृद्धि से बच्चों का घर से बाहर निकलना सही नहीं है।
इसलिए विद्यालयों को 5 नवंबर के बाद से खोला जाए। आगे देव ने बताया कि पूरा देश COVID 19 के कारण भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं। प्रतिदिन कोरोना संक्रमित बीमारियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसा लग रहा है कि जिंदगी थम सी गई है। केंद्र और राज्य सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है। वह सिर्फ अपने खजाने को भरने में लगी है। कोरोना के मरीजों का इलाज सही रूप से नहीं हो रहा है। अस्पताल में मरीजों की रहने की सही व्यवस्था नहीं है। पुरी व्यवस्था चरमरा गयी है। मगर सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। उन्हें जनता का नहीं सिर्फ अपना और अपने मंत्रियों का ही ध्यान है।
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