घरों में कैद हुए लोग तो पेट्रोल-डीजल की बिक्री में आई 70 फीसद की गिरावट

प्रहरी संवाददाता/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। अन-लॉक के दौरान कोरोना (Coronavirus) संक्रमण के बाद फिर से लॉकडाउन लगने के कारण 95 प्रतिशत वाहन भी घरों में ही कैद होकर रह गए है। इससे पेट्रोल व डीजल की मांग में जबरदस्त कमी देखने को मिल रही है। मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) नगर थाना के हद में भारत पेट्रोलियम (बीपी) पम्प के मैनेजर संजय कुमार उर्फ बिजली सिंह का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से मात्र 15 से 20 प्रतिशत ही पेट्रोल व डीजल की बिक्री हो रही है।

सिंह ने बताया कि पहले प्रतिदिन 2000 लीटर पेट्रोल और 1000 लीटर डीजल बिक जाता था। लेकिन अब मांग कम हो गई है। वर्तमान में 70-80 फीसद ग्राहक कम हो गए हैं। जिस दिन पुलिस चेकिंग बढ़ा देती है, उस दिन भी लोगों का आवागमन कम हो जाता है। जिससे पेट्रोल व डीजल की बिक्री में कमी हो जाती है। उन्होंने बताया कि वैसे अभी उनलोगों का फोकस व्यवसाय पर नहीं बल्कि जनता की सुरक्षा पर है। लोग स्वस्थ रहेंगे तो फिर पेट्रोल पम्प पर आएंगे। इसलिए वे लोग भी यह संदेश फैला रहे हैं कि ज्यादा आवश्यक हो तभी घर से निकलें।

चांदमारी चौक के हद में इंडियन ऑयल(आईओसी) पम्प के मालिक सुधांशु रंजन का कहना कि लॉकडाउन के कारण पेट्रोल-डीजल की बिक्री में कमी आई है। लेकिन, इसके कारण जो घाटा हो रहा है, वह क्षणिक है। क्षणिक लाभ के लिए पूरे जीवन का घाटा नहीं सहा जा सकता है। अभी जितने भी ग्राहक आ रहे उन्हें मास्क पहनने पर ही तेल दिया जा रहा है। कर्मी भी बिना मास्क के नहीं रहते।

लॉकडाउन से पहले प्रतिदिन 4000 लीटर पेट्रोल एवं 3000 लीटर डीजल बिकता था। लेकिन अभी 1400-1500 लीटर ऑयल बिक रहा है। जो लॉकडाउन के पहले से लगभग 40 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने कहा कि सभी को एसएमएस अभियान को अपनाना होगा। इसमें एस का अर्थ शारीरिक दूरी, एम का अर्थ मास्क और एस का अर्थ सैनेटाइजर है। इन तीनों को अपनाकर ही कोरोना को भगाना होगा।

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