ममता सिन्हा/ तेनुघाट (बोकारो)। तेनुघाट (Tenughat) शिविर क्रमांक 3 में वर्षों पुराना लकड़ी का बिजली का पोल लगा है। जिसमें दीमक लगा है और यह काफी जर्जर भी हो गया है। जो गिरने के कगार पर है। यह कभी भी जमींदोज हो सकता है। इस पोल को स्थानीय रहिवसियों द्वारा रस्सी के सहारे बांधकर किसी तरह बांधकर खड़ा रखा गया है। ताकि वह गिरकर कर किसी का नुकसान नहीं पहुंचा सके।
बताते चलें की बीते साल 2019 में यहां जर्जर लकड़ी के विद्युत पोल को बदलने के लिए विभाग द्वारा सीमेंट का पोल उपलब्ध कराया गया। जिसे कई जगह जमीन में गाड़ा भी गया और कई जगह यूं ही रखा हुआ है। मगर अभी तक बिजली के तार उसी पुरानी जर्जर और दीमक लगी लकड़ी के पोल के सहारे लगी है। जो कभी भी गिर सकती है। इसे लेकर स्थानीय रहिवसियों ने कई बार बिजली विभाग को भी जानकारी दिया। मगर अभी तक बिजली के पोल का हाल जस का तस है।
इस बारे में रहिवासी अरुण कुमार सिन्हा, महादेव राम, डीएन तिवारी, विनोद यादव, विश्वम्भर सिंह, बिनोद राम आदि ने बताया कि अगर बिजली विभाग इस ओर ध्यान नहीं देती है और जल्द बिजली का तार नहीं बदला जाता है तो कभी भी जान माल का बड़ा नुकसान हो सकता है। इसकी सारी जवाबदेही बिजली विभाग की होगी। इस बारे में अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि अगर बिजली विभाग जल्द जर्जर पोल को हटा कर सीमेंट के पोल नहीं लगाती है तो स्थानीय लोग चरणबद्ध आंदोलन करने को भी तैयार हैं।
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