मुंबई। बेस्ट प्रशासन के अधिकारियों ने बिजली चोरी का पर्दाफाश करते हुए मझगांव के बांबे टी स्ट्रेनिंग प्लास्टिक कंपनी पर नौ करोड़ का दंड ठोका है। इससे दूसरे बिजली चोरों में हड़कंप मच गया है। हालांकि इससे पहले अधिकारियों ने माहिम में भी बिजली चोरी का खुलासा किया था। यह मामला भायखला पुलिस थाने में दर्ज है।
मिली जानकारी के अनुसार बेस्ट के अधिकारियों ने मझगांव के सीताफल वाड़ी में बिजली चोरी का पर्दाफाश किया है। बेस्ट प्रशासन द्वारा पिछले 15 दिन में बिजली चोरी के मामले में यह दूसरी कार्रवाई की है। इसके पहले माहिम पुलिस की हद में स्टेट्स होटल को बिजली चोरी के मामले में पकड़ा गया था।
बता दें कि बिजली चोरी कर बेस्ट को चूना लगाने वालों के खिलाफ प्रशासन के अधिकारी पूरी तरह जुट गए हैं। बेस्ट के अधिकारी आरजे सिंह ने बताया कि बांबे टी स्ट्रेनिंग कंपनी प्लास्टिक का सामान बनाती है। उन्होंने बताया की कंपनी द्वारा रात के समय फैक्ट्री शुरु कर बिजली चोरी के दौरान सीसीटीवी के जरीये दूर से निगरानी की जीती थी।
इस कंपनी में 22 केवी की 12 मशीनें लगी हैं। कंपनी के मालिक द्वारा रात 9 बजे के बाद मीटर केबिन से तार निकालकर उसे सीधे मेन लाइन में जोड़कर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की जाती थी। वहीं बेस्ट अधिकारियों के पूहंचने से पहले उसे मेन लाइन से जो़ड़ दिया जाता था। ताकि किसी को शक न हो। इसके बावजूद बेस्ट के अधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद बिजली चोरी का पर्दाफाश किया है।
बेस्ट अधिकारियों ने शुक्रवार की रात भर विजिलेंस अधिकारियों की मदद से कार्रवाई करते हुए बिजली चोरी का बड़ी पर्दाफाश किया। विजिलेंस विभाग के प्रमुख आरजे सिंह ने बताया कि लगभग 4286519 यूनिट बिजली चोरी की गई है। बेस्ट प्रशासन ने कंपनी पर नौ करोड़ एक लाख रुपए की दंडात्मक कार्रवाई की और भायखला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है। बेस्ट द्वारा बिजली चोरी का यह सबसे बड़ा मामला है।
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