एस.पी.सक्सेना/ बोकारो। अप्रवासी मजदूरों के लिए बोकारो (Bokaro) जिला प्रशासन द्वारा लाख सुविधा देने के प्रयासों के बाद भी बाहर से आने वाले कई मजदूरों को बुनियादी जरूरतों के लिए परेशानी झेलना पड़ रहा है। यह हाल है बोकारो जिला के हद में गोमियां प्रखंड के बांध पंचायत का। बांध पंचायत सचिवालय में 17 मई को रहिवासीयों द्वारा प्राप्त शिकायतों की सत्यता की जांच के क्रम में सचिवालय में रह रहे दो मजदूरों ने बताया कि यहां उन्हें कई प्रकार की परेशानी झेलना पड़ रहा है। जिसमें खासकर यहां पानी नहीं है।
मजदूरों के अनुसार वे अपने घरों से पानी मंगाते है तब वे शौचालय जाते हैं। महाराष्ट्र के ठाणे जिला तथा झारखंड के खूँटी से आये मजदूरों ने बताया कि उनके परिवार जनों द्वारा भोजन की व्यवस्था किया गया है। सरकारी अथवा पंचायत स्तर पर न तो यहां पानी और न ही गर्मी से बचाव के लिए पंखा ही है। एक अन्य जानकारी के अनुसार स्थानीय रहिवासियों ने बांध पंचायत सचिवालय में चलाये जा रहे प्रज्ञा केन्द्र संचालक पर राशन कार्ड (लाल एवं सादा) बनावाने के एवज में अवैध वसूली की बात कही गयी।
बांध कॉलोनी निवासी मालती देवी के पति सुंदर कमार ने प्रज्ञा केंद्र संचालक पर लाल कार्ड बनाने के बदले 600 रुपये वसूलने के बाद भी आजतक कोई लाभ नही मिलने की बात कही गयी जबकि यहीं के सादा कार्ड धारी सुमन देवी के पति सुरेश कमार ने प्रज्ञा केंद्र संचालक पर 500 रुपये अवैध वसूली का आरोप लगाया। इस संबंध में प्रज्ञा केंद्र संचालक विश्वंभर रविदास ने पैसा लिये जाने की बात स्वीकारते हुये कार्ड के लिये विभिन्न कार्यालयों में आने-जाने में होनेवाली खर्चों का होना बताया।
यहां के वर्तमान पंचायत समिति सदस्य गोपाल यादव ने बताया कि उनके पंचायत में बाहर से अबतक कुल 22 लोग आये हैं। जिसमें 20 लोग होम क्वार्न्टाइन में अपने घरों में रह रहे हैं तथा दो लोगों के परिवारजनो द्वारा अलग से घरों में रहने की व्यवस्था नहीं होने के कारण दोनों को पंचायत सचिवालय में रहने की व्यवस्था की गयी है। यादव ने सचिवालय में जलापूर्ति जल्द कराने की बात कही। वहीं पंचायत समिति सदस्य यादव ने प्रज्ञा केंद्र संचालक पर अवैध वसूली करने के बावत बताया कि उन्हे लोगों द्वारा मौखिक शिकायत मिला है। यादव ने बताया कि जल्द ही वे केंद्र संचालक के खिलाफ मामला दर्ज करायेंगे।
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