संवाददाता/ मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में मचे ड्रामे के बीच अब एनसीपी (NCP) अपने घर को संभालने में जुटी है। इसी के तहत एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार को पार्टी के विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है। इसके साथ ही दिलीप वलसे पाटील को पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया है। बता दें कि सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ अजित पवार के डेप्युटी सीएम की शपथ लेने को लेकर एनसीपी ने शनिवार शाम को बैठक की, जिसमें कुल 50 विधायक मौजूद थे। अजित पवार ने एनसीपी के विधायकों के समर्थन की एक सूची राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सौंपी थी।
अजित पवार ने शनिवार सुबह ही देवेंद्र फडणवीस के साथ डेप्युटी सीएम के तौर पर शपथ ली थी। इस खबर के तुरंत बाद ही शरद पवार ने कहा था कि यह फैसला अजित पवार ने निजी तौर पर लिया है। तब से ही महाराष्ट्र में सरकार के समीकरण को लेकर एनसीपी की आंतरिक राजनीति पर भी चर्चा शुरू हो गई थी। उस वक्त कहा जा रहा था कि अजित पवार ने अपने चाचा शरद को बड़ा झटका दिया है, लेकिन शाम को जब पार्टी की मीटिंग हुई तो 50 विधायकों ने इसमें हाजिरी लगाई। साफ है कि अजित पवार ने भले ही शरद पवार को गच्चा देने की कोशिश की हो, लेकिन वह पार्टी में किनारे लगते दिख रहे हैं।
एनसीपी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि शरद पवार की ओर से बुलाई गई मीटिंग में कुल 50 विधायक मौजूद थे। अजित पवार समेत सिर्फ 4 विधायक ही इस बैठक से गैरहाजिर थे। सभी विधायकों को मुंबई के एक होटल में रखे जाने की तैयारी है।
मीटिंग के दौरान एक दिलचस्प नजारा भी देखने को मिला, जब शिवसेना के नेता मिलिंद नार्वेकर और एकनाथ शिंदे एनसीपी के दो विधायकों को एयरपोर्ट से पकड़कर उनकी पार्टी की मीटिंग में लेकर आए। कहा जा रहा है कि ये विधायक दिल्ली जाने की तैयारी में थे।
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