साभार/ पटना। बिहार में बाढ़, बारिश और जल जमाव से बुरे हालात हैं। राज्य में 160 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि अब महामारी का ख़तरा मंडरा रहा है। पूरे प्रदेश में डेंगू और चिकनगुनया से प्रभावित लोगों की संख्या 900 के पार पहुंच गई है। जिसमें अकेले पटना में क़रीब 520 मामले हैं। शनिवार को डेंगू के 120 मामले पॉजिटिव पाए गए। जबकि चिकनगुनिया के भी 70 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। महामारी की आशंकाओं के बीच बिहार सरकार ने सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखते हुए सभी सुविधाओं को जनता के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। पटना जिले के लिए 12 डॉक्टरों की टीम की एक कमेटी बनाई गई है। साथ ही पटना (Patna) के सभी 35 पूजा पंडालों में जरूरी दवाओं समेत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
सरकार के आदेश के बाद पटना के 22 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं। इसके अलावा 10, 11 और 12 अक्टूबर को पटना चिकित्सा महाविद्यालय और नालंदा मेडिकल कॉलेज (Nalanda Medical College) में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी लगाए गए हैं। इसके अलावा 104 कॉल सेंटर की सुविधाएं भी 24 घंटों के लिए उपलब्ध रहेंगी।
किसी भी स्थिति के मद्देनजर लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है। स्वास्थ्य शिविरों के अलावा दवाओं और एंबुलेंस की उपलब्धा को भी निश्चित किया है। लोगों के बीच ब्लीचिंग पाउडर के पैकेट भी बांटे जा रहे हैं और डेंगू और चिकनगुनिया के लिए लार्वा स्प्रे कराया जा रहा है। सरकार ने लोगों से अपील की है अपने आसपास हमेशा सफाई रखें, जलजमाव वाली जगह पर ब्लीचिंग पाउड और चूना के मिश्रण का छिड़काव करें, खाना और पानी को ढककर रखें और उबाला हुआ पानी या फिर क्लोरिन से साफ किया हुआ पानी ही पिएं। एंबुलेंस की फ्री सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 102 और डॉक्टरों से सलाह के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल करें।
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