एस. पी. सक्सेना/बोकारो। विश्व पर्यावरण दिवस पर बीते 5 जून को बोकारो जिला के हद में काथारा क्षेत्र द्वारा कार्यक्रम व् वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्र के पर्यावरण अधिकारी श्याम सुन्दर पाल की देखरेख में आयोजित किया गया।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत सीसीएल कथारा क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय कुमार द्वारा महाप्रबंधक कार्यालय परिसर में ध्वजारोहण एवं कोल इंडिया के पर्यावरण गीत के साथ की गई। कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक संजय कुमार ने प्लास्टिक बैग के पूर्ण बहिष्कार की घोषणा की और कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण न केवल पर्यावरण को हानि पहुंचा रहा है, बल्कि यह मानव व जीव-जंतुओं की प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर रहा है।
उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ग्लेशियर पिघल रहे हैं और अनियंत्रित मौसमीय आपदाएं अचानक उत्पन्न हो रही हैं। जल संकट की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने हाल ही में बेंगलुरु में हुए जल संकट का उदाहरण दिया, जहां पानी की कमी के कारण फ्लाइट टिकट महंगे हो गए थे। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने विश्व पर्यावरण दिवस के विशेष मौके पर एक नए इनिशियेटिव की घोषणा करते हुए बताया कि कश्मीर के चिनार वृक्षों की पहचान प्रणाली से प्रेरित होकर अब कथारा क्षेत्र में लंबे आयु वाले वृक्षों के लिए क्यूआर बेस्ड वृक्ष आधार बनाया जाएगा।
कहा कि इस डिजिटल वृक्ष पहचान प्रणाली के माध्यम से प्रत्येक वृक्ष का विवरण, स्थान, प्रजाति एवं देखरेख से जुड़ी जानकारियाँ ऑनलाइन दर्ज की जाएंगी। यह पहल न केवल वृक्षों की निगरानी को आसान बनाएगी, बल्कि हरियाली संरक्षण की दिशा में एक ठोस कदम साबित होगी। महाप्रबंधक ने सभी को एक वृक्ष अपनी माँ के नाम पर लगाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि प्लांटेशन इज द चीपेस्ट सोल्यूशन टू फाइट विथ पोल्यूशन।
महाप्रबंधक ऑपरेशन सी.बी. तिवारी ने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता पर बल दिया और सभी कर्मचारियों से अपने कार्य क्षेत्र में हरित वातावरण बनाए रखने की अपील की। वहीं, स्वांग-गोबिंदपुर फेज दो के परियोजना पदाधिकारी अनिल कुमार तिवारी ने कामगारों द्वारा एक गमला वृक्ष एक प्रेरणादायक पहल की शुरुआत की। उन्होंने कर्मचारियों को स्वयं पौधे खरीदकर अपने कार्यस्थलों पर रोपण एवं देखरेख करने के लिए प्रेरित किया, जिससे कर्मचारियों में स्वयं जिम्मेदारी की भावना विकसित हो रही है।
पर्यावरण अधिकारी श्याम सुन्दर पाल ने यूएनओ द्वारा पेरिस समझौते एवं मीनामाटा बीमारी पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वैश्विक तापमान, प्रदूषण और पारा प्रदूषण जैसे मुद्दों से निपटने हेतु वैश्विक स्तर पर किए गए प्रयासों को स्थानीय स्तर पर अपनाना अति आवश्यक है। कार्यक्रम के पश्चात नई स्थानांतरित धोरी माता चर्च की सीमा पर लगभग 200 फलदार वृक्षों का सामूहिक रोपण किया गया।
इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा विभागाध्यक्ष वित्त राजीव रंजन, विभागाध्यक्ष उत्खनन अभिजीत दत्ता, कार्मिक प्रबंधक रामानुज प्रसाद, विभागाध्यक्ष सुरक्षा सुनील कुमार गुप्ता, विभागाध्यक्ष सीएसआर चंदन कुमार, कथारा कोलियरी के प्रबंधक कृष्ण मुरारी, यूनियन प्रतिनिधि मो. निजाम, कमलेश गुप्ता, शमशुल हक, सचिन कुमार, टिकैत महतो, बाल गोबिंद मंडल सहित क्षेत्र के अधिकारीगण, एसीसी सदस्यगण एवं वेलफेयर विभाग के सदस्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष पर्यावरण श्याम सुंदर पाल ने बताया कि नये चर्चा परिसर में 200 के अलावा अन्य जगहों पर कुल 500 वृक्ष लगाया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम इस बात का सशक्त संदेश देता है कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारी नीति नहीं, बल्कि हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है। कथारा क्षेत्र इसके लिए एक उदाहरण बनता जा रहा है।
42 total views, 42 views today