साभार/ पटना। पटना के बीजेपी दफ्तर में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी (Sushil modi) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश की वित्तीय स्थिति पर जानकारी दे रहे थे। देश में जीएसटी और लोन में छूट की बखान कर रहे थे। इसी बीच सवाल आया कि बिहार (Bihar) में बड़ी इंडस्ट्री क्यों नहीं लग रहीं हैं। इस पर सुशील मोदी ने कहा कि उन्होंने कभी बिहार में बड़ी इंडस्ट्री लगाने का वादा नहीं किया था। मोदी ने अपनी बात को सही साबित करने के लिए कहा कि सरकार के पास जमीन नहीं है लिहाजा बड़े उद्योग लगाने वाले नहीं आ पाएंगे।
सुशील मोदी ने कहा कि “इंडस्ट्री नहीं आ रही है, ऐसा तो नहीं है। एक बात ध्यान रखें कि जब संयुक्त बिहार था तो ये जो वर्तमान बिहार का क्षेत्र था वो कृषि प्रधान क्षेत्र था और झारखंड का जो इलाका था वो औद्योगिक प्रधान क्षेत्र था। कभी हमने ऐसा नही कहा, यहां तो बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री आने को तैयार है पर यहां जमीन ही नहीं उन्हें देने को, हम कहां से उनको दे पाएंगे, इसलिए कभी हमने ये नहीं कहा कि बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज यहां आएंगी।
यहां छोटे उद्योगों की आने की बात कही गई थी जो आ रहे हैं। अगर आप कहेंगे तो मैं पूरे आंकड़े आपको दे दूंगा कि पिछले एक साल में कितना इन्वेस्ट हुआ है और कितने उद्योग आये हैं। सुशील मोदी ने कहा कि यहां जो भी आयेगा वो एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री ही आएगी जो कृषि पर आधारित उद्योग हैं। क्योंकि हमारे पास माइन्स और मिनरल्स नहीं है।
सुशील मोदी ने आगे कहा कि हमारे पास जो जमीन है, झारखंड के अंदर प्रति वर्ग किलोमीटर में 350 लोग रहते हैं और यहां 1106 लोग रहते हैं ये 2011 का आंकड़ा मैं आपको बता रहा हूं। उत्तर बिहार में 1400 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर रहते हैं तो हर राज्य की अपनी सीमा होती है। चूँकि ये कृषि पर आधारित राज्य है, आबादी का घनत्व बहुत ज्यादा है, जमीन बहुत उपजाऊ है इसलिए हम लोगों ने एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री को लगाने का पूरा प्रयास किया है। जैसे बड़ी संख्या में मक्का उद्योग वाले, और राइस मिल यहां पर आए तो एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री यहां आई और काफी अच्छी संख्या में आई हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि आप कहेंगे तो आपको अलग से इसका पूरा डिटेल उपलब्ध करा दूंगा जिससे आपको इन्वेस्टमेंट के आंकड़े आपको मालूम हो जाएंगे।
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