किसान का दूध 32-40 रुपये, क्रीम निकालकर सुधा बेचती है 54-65 रूपये लीटर
लगभग 35 रूपये किसान को देकर 97 रूपये ग्राहक से वसुलती है सुधा-सुरेंद्र
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। सुधा द्वारा दूध की कीमतों में 2-3 रूपये की बढ़ोतरी किये जाने से दूध सामग्री समेत अन्य चीजों की महंगाई बढ़ेगी जो पूरी तरह अनुचित है। ऐसा ही बढ़ोत्तरी इस साल में दूसरी बार है, जबकि किसानों के दूध की कीमत 32-35 रूपये लीटर के बीच अटका है। अब सुधा फुल क्रीम दूध (गोल्ड) 62 के जगह 65 में, सुधा शक्ति दूध 55 के जगह 57 में, गाय का दूध 52 के जगह 54 में एवं टोंड दूध 50 के जगह 52 रुपये प्रति लीटर में बेचेगी। अजब व्यवस्था है कि जो मेहनत कर दुध निकाले उसे आधी कीमत और दुध बेचने वाले को डबल मुनाफा। अजब देश की गजब कहानी है।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के ताजपुर प्रखंड अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने कहा है कि किसानों के गाय का दूध का दाम 32 से 35 रूपये प्रति लीटर है, लेकिन मिथिला दुग्ध उत्पादक का रेट 52 से 65 रुपया प्रति लीटर है। उसमें भी टोंड दूध जिसमें 80 प्रतिशत क्रीम निकाल कर बेचती है।
दूध और क्रीम दोनों मिलाकर देखा जाये तो 1 लीटर दूध में 150 ग्राम क्रीम निकलता है और 150 ग्राम क्रीम का कीमत 45 एवं टोंड दूध का कीमत 52 रूपये। अगर जोड़कर देखा जाये तो 97 रुपया प्रति लीटर मिथिला दुग्ध उत्पादन समिति कमाता है। जबकी किसान को 32 से 35 रूपये प्रति लीटर के दर से भुगतान देती है। यह किसानों समेत ग्राहकों के साथ लूट है। इस लूट के खिलाफ दुग्ध उत्पादक किसानों को ईकट्ठा कर अखिल भारतीय किसान महासभा आंदोलन का रूख अख्तियार करेगी।
भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि किसान दुध का कीमत बढ़ाने के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन किसानों के दूध का कीमत बढ़ाने के जगह सुधा खुद अपने दूध की कीमत बढ़ा ली। यह मुनासिब नहीं है। ताजपुर प्रखंड के हद में मोतीपुर के पशुपालक किसान सह किसान महासभा नेता राजदेव प्रसाद सिंह ने कहा है कि किसानों की हकमारी एवं सुधा की मनमानी के खिलाफ पशुपालक आंदोलन का रूख अख्तियार करेंगे।
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