महाप्रबंधक ने की निर्माण परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने 21 मई को मुख्यालय हाजीपुर में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा महाप्रबंधक सिंह ने कहा कि हमें रेलवे के प्रत्येक क्षेत्र में नई तकनीक का ज्यादा-से-ज्यादा प्रयोग करना होगा, ताकि रेल यात्रियों की अपेक्षा पर खरे उतरते हुए उन्हें बेहतर परिणाम दे सकें। उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए निर्माणाधीन रेल परियोजनाओं को निर्धारित लक्ष्य पर पूरा करने पर बल दिया।
उन्होंने पूर्व मध्य रेल में चल रही निर्माण परियोजनाओं की नियमित एवं गहन मॉनिटरिंग का निर्देश दिया, ताकि इसे समय पर पूरा किया जा सके। उन्होंने पूर्व मध्य रेल की निर्माण परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की।
इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक अमरेन्द्र कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण (उत्तर) श्रीराम जनम, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण (दक्षिण) रामाश्रय पांडेय एवं अन्य उच्चाधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक के दौरान महाप्रबंधक ने पिछले वर्षों में निर्माण संगठन द्वारा पूरी की गयी परियोजनाओं की समीक्षा की तथा भविष्य में पूरी की जाने वाली निर्माण परियोजनाओं के मद्देनजर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में पीपीटी के माध्यम से निर्माण विभाग की उपलब्धियों एवं भविष्य के लिए निर्धारित लक्ष्यों से महाप्रबंधक को अवगत कराया गया। महाप्रबंधक द्वारा मुजफ्फरपुर-सुगौली, सुगौली-बाल्मिकीनगर, समस्तीपुर-दरभंगा दोहरीकरण परियोजना, हाजीपुर-सुगौली, अररिया-सुपौल, अस्थावां-बरबीघा, कोडरमा-तिलैया नई लाईन परियोजना, टोरी-शिवपुर तीसरी लाईन, गोमो फ्लाई ओवर, सिन्द्री यार्ड रिमॉडलिंग सहित अन्य निर्माणाधाीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने आरओबी/आरयूबी/ बाईपास के निर्माण पर जोर दिया, ताकि बिना अवरोध के रेल एवं सड़क यातायात जारी रह सके। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व मध्य रेल द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 44 किलोमीटर नई लाइन तथा 73 किलोमीटर दोहरीकरण परियोजना से जुड़े कुल 117 किलोमीटर का निर्माण कार्य पूरा किया गया।
संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 2024-25 में 7 आरओबी एवं 19 आरयूबी का निर्माण कार्य पूरा किया गया है। इसके साथ ही 30 नए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, 122 रूट किलोमीटर पर ऑटोमैटिक ब्लॉक सिगनलिंग तथा 149 रूट किलोमीटर रेलखंड पर कवच की कमीशनिंग की गई है। इसी क्रम में चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान नई लाइन (90 किलोमीटर) तथा दोहरीकरण (184 किलोमीटर) परियोजना से जुड़े लगभग 274 किलोमीटर का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
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