ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में तेनुघाट स्थित उपकारा (जेल) में सर्वोच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय एवं प्रधान जिला जज बोकारो के निर्देश पर जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार व्यवहार न्यायालय तेनुघाट के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी दिग्विजय नाथ शुक्ला और राज कुमार पांडेय के संयुक्त नेतृत्व में 18 मई को जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। साथ ही जेल में बंदियों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया।
प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी शुक्ला ने बंदियों को बताया कि ऐसा काम जिससे दूसरे को नुकसान हो वैसा काम नहीं करना चाहिए। अगर हम करते हैं तो गलत करते हैं। जिससे कानून का उल्लंघन हो, उसे अपराध कहते हैं। इसलिए हमें अपराध से बचना चाहिए। अगर हम अपराध करते हैं तो उसमें हमें कानून में सजा भी मिलती है। हमें इससे बचने की जरूरत है। शुक्ला ने जेल बंदियो को भारतीय न्याय संहिता के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने अन्य कानून की कई जानकारी भी दी।
शिविर में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी राज कुमार पांडेय ने बताया कि जेल में प्रति माह जेल अदालत के साथ-साथ मेडिकल कैंप भी लगाया जा रहा है। जिससे सभी बंदियों को स्वास्थ्य और कानून की जानकारी दोनों का फायदा प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि वैसे बंदी जो स्वयं के खर्च पर अपना अधिवक्ता रख पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के तहत अधिवक्ताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो उन बंदियों के केस में संबंधित न्यायालय में निरंतर पैरवी करते हैं।
इस अवसर पर डॉ शंभू कुमार ने स्वास्थ्य सम्बन्धित कई जानकारी बंदियों को दी। बताया कि हम सभी को आजादी से जीने का हक है। मगर, हमें कानून का भी पालन करना चाहिए। जिस तरह हमारा अधिकार है, उसी तरह हमारा कर्तव्य भी है। उन्होंने बताया कि हमें नशे से दूर रहना चाहिए, जिससे हमें कई बीमारियां होती है। शिविर में पैनल अधिवक्ता राकेश कुमार ने दहेज अधिनियम के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि दहेज लेना और देना दोनो अपराध है। इसलिए हमें ऐसे अपराध से बचने की जरूरत है। अधिवक्ता रतन कुमार सिन्हा ने भी बंदियों को कानूनी जानकारियां देते हुए कहा कि हमें शिक्षा की ओर ध्यान देने की जरूरत है। अगर शिक्षित होंगे तो अपराध से दूर हो सकते हैं।
बताया जाता है कि इस अवसर पर जेल में लगे मेडिकल कैंप में बंदियों ने स्वास्थ्य जांच कराया। जिसमें सामान्य जांच, आंख जांच और दांत जांच शामिल है। शिविर में स्वागत भाषण एवं मंच संचालन करते हुए अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने कहा कि हमें यहां से अपने आप को सुधार कर आगे बढ़ना चाहिए। हम जेल से निकलकर दूसरे को भी अपराध से दूर रहने की जानकारी दे सकते हैं, ताकि वे भी अपराध न करें। बताया कि हमें हमेशा कानून के दायरे में चलना चाहिए, जिससे हमें कभी भी किसी भी तरह के परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
बताया कि हमेशा हम गुस्से में आकर कोई न कोई गलतियां कर देते हैं, इसलिए हमें अपने गुस्से पर कंट्रोल करना चाहिए। जिससे हम किसी भी प्रकार के गुनाह से बच सकते हैं। जेलर नीरज कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन में कहा कि हमें सभी से काफी कुछ सुनने को मिला है। उम्मीद है कि आप उस पर अमल करेंगे। अपने आप को सुधार कर एक अच्छी जिंदगी गुजर बसर करेंगे। मौके पर डॉ पूजा कुमारी, निवास कुमार, विजय ठाकुर, मदन कुमार, संजय कुमार यादव, अनीता देवी सहित अन्य उपस्थित थे।
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