नीटी का 25वां दीक्षांत समारोह संपन्न

419 छात्र स्नातकोत्तर डिप्लोमा से सम्मानित

मुंबई। राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरी संस्थान (नीटी) के 25वें दीक्षांत समारोह में 419 छात्रों को स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रदान किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उड़ीसा के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक बिष्णुपदा सेठी (आईएएस), सम्मानीय अतिथि नीति आयोग अटल इनोवेशन मिशन के निदेशक रामनाथन रमणन मौजूद थे। इसके अलावा मंच पर नीटी के अध्यक्ष प्रो संजय गोविंद धांडे तथा निदेशक प्रो डी. के श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

 

नीटी का 25वां दीक्षांत समारोह शनिवार को नीटी (NITIE) परिसर में उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस समारोह में प्रो संजय गोविंद धांडे तथा प्रो डी. के श्रीवास्तव की उपस्थिति में मुख्य अतिथि के हाथों नीटी के 419 छात्रों को स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रदान किया गया। इनमें फैलो कार्यक्रम के 18, औद्योगिक इंजीनियरी (आईई) के 94, औद्योगिक प्रबंधन (आईएम) के 223, औद्योगिक सुरक्षा एवं पर्यावरणीय प्रबंधन (आईएसईएम) के 17, परियोजना प्रबंधन के 30, विनिर्माण प्रबंधन के 20 तथा पीजीपीईएक्स-वीएलएफएम के 17 छात्रों का समावेश था। इस अवसर पर संस्थान के उत्कृष्ट छात्रों को विविध पुरस्कार श्रेणी के अंतर्गत विशेष मेडल व ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया गया।

गौरतलब है कि दीक्षांत समारोह में बिष्णुपदा सेठी ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नीटी के छात्र अपने मूल्यों एवं जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने खुशी जाहीर करते हुए कहा मैं इस संस्थान में न सिर्फ छात्र रह चुका हुं बल्कि एक व्याख्याता के रूप में अपनी सेवाएं भी दी हैं। नीटी में गुणवत्ता शिक्षा पर अधिक ध्यान दिया जाता है। ताकि यहां का छात्र दुनिया के किसी भी कोने में अपना कैरियर बनाने और व्यवसाय प्रारंभ करने में सक्षम हैं। नीटी में प्राप्त अपने ज्ञान और कौशल के बल पर ही आज वे इस स्थान पर हैं।

वहीं प्रो संजय गोविंद धांडे ने कहा कि नीटी देश के उद्योग जगत की मांगों के अनुरूप अपने छात्रों को शिक्षित करने और नवाचार के जरिए विकसित करने के लिए सदैव तत्पर है। नीटी ने इस वर्ष भी यहां के छात्रों को शत-प्रतिशत नौकरी दिलाने का रिकॉर्ड बरकरार रखा है। यहां छात्रों को औसत वेतन पैकेज रु. 19.77 लाख आमंत्रित किया गया है।

प्रो डी. के श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि नीटी अपनी स्थापना (1963) के बाद से ही ज्ञान प्रेरित उत्पादकता के धारा प्रवाह में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयत्नशील है। उन्होंने छात्रों को अपनी वास्तविक परिसंपत्ति बताया जिनकी सफलता के पीछे मुख्य स्तंभ प्राध्यापक हैं। समारोह में देश भर से आए अतिथियों के साथ संस्थान के प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी, छात्र एवं उनके अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


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