सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में किरीबुरू क्षेत्र के कुछ बच्चे हाल ही में अपने घर से भटक कर जमशेदपुर पहुंच गए थे। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा और वापसी को लेकर परिजनों की चिंता स्वाभाविक थी।
इस संवेदनशील मामले में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की अहम भूमिका रही। जेएसएलपीएस किरीबुरू न्याय सलाह केंद्र की पारा लीगल वॉलेंटियर रीना दास और जेंडर सीआरपी हीरामनी बारला, अनिता पान ने बच्चों की पहचान, ट्रेसिंग और संवाद के जरिये स्थिति को समझा।
वहीं, किरीबुरू थाना प्रभारी राहुल कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर बच्चों की खोज और वापसी में महत्वपूर्ण सहयोग किया। यह घटना समाज और प्रशासन के बीच तालमेल की मिसाल बन गई है। न केवल बच्चों को सुरक्षित उनके घर लौटाया गया, बल्कि उनके मानसिक और भावनात्मक स्थिति की भी देखभाल की जा रही है, ताकि वे दोबारा ऐसी परिस्थिति में न फंसे।
बच्चों की सकुशल वापसी पर उनके परिजनों ने जेएसएलपीएस, पुलिस विभाग और संबंधित सभी के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की है। परिजनों ने कहा कि यह संयुक्त प्रयास उनकी उम्मीदों से कहीं अधिक था। यह मामला न केवल एक संवेदनशील कार्यवाही का उदाहरण है, बल्कि बाल संरक्षण और सामाजिक सहभागिता की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल भी है। पुलिस प्रशासन, स्वयंसेवकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के मिले जुले प्रयास ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब नियत सही हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती।
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