सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। बीएसएल के झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस (सेल) के साथ सेल एडमिनिस्ट्रेटिव कार्यालय में 7 मई को सीटू यूनियन द्वारा बैठक आयोजित किया गया। उक्त में सीटू के कार्यकर्ताओं की समस्या उजागर हुआ।
बैठक में सीटू के महामंत्री रमेश गोप, मलय पानीग्रही, मनोज मुखर्जी, रमेश गोप, अशोक बालमुचु, श्याम पासवान, रिंकू चक्रवर्ती, बीडी प्रसाद व अन्य ने भी मजदूरों की समस्याओं को प्रमुखता पूर्वक रखा। इस अवसर पर सीटू महामंत्री रमेश गोप ने कहा कि इस बात की जीती जागती मिसाल है कि कई बार अलग होना ज्यादा बेहत्तर तरीके से एकजुट होने के लिए अनिवार्य और जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1970 में अगर सीटू नहीं बनाई गयी होती तो बहुत मुमकिन है कि देश के श्रमिकों का शोषण होता रहता। मौके पर उपस्थित दर्जनों श्रमिकों में यूनियन के प्रति संतोष एवं एकता खासतौर से दिखाई पड़ा।
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