आपदा राहत की लगायी गुहार, परिवार के समक्ष रोजी-रोटी का संकट
रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। तेज आंधी-तूफान ने बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के बरई कला के (कोचरीजाय) रहिवासी हेमंत कुमार की मेहनत पर पुरी तरह पानी फेर दिया।
बताया जाता है कि बीते 28 अप्रैल की देर शाम आए तूफान में हेमंत का पोल्ट्री शेड पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे पोल्ट्री शेड के 2500 मुर्गियों की मौके पर ही मौत हो गई।
पोल्ट्री संचालक हेमंत ने 29 अप्रैल को बताया कि उन्होंने महिला समिति से ऋण लेकर लगभग 3000 वर्ग फीट क्षेत्र में मुर्गी पालन केंद्र स्थापित किया था, जो सुचारू रूप से चल रहा था। लेकिन बीते 28 अप्रैल को आए तूफान ने शेड को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया और मुर्गियों की जान चली गई।
मुर्गियों का औसत वजन लगभग 1.3 किलोग्राम था। इससे अनुमानित तौर पर उन्हें लगभग 7.5 लाख रुपये का चपत लगा है। पीड़ित हेमंत ने अंचल अधिकारी कसमार को आवेदन देकर आपदा राहत कोष से मुआवजा प्रदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यही उसका एकमात्र जीविकोपार्जन का साधन था, जिससे पूरे परिवार का पालन-पोषण होता था। वर्तमान में उनका परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन से शीघ्र सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि वे फिर से अपनी आजीविका शुरू कर सके।
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