बच्चियों का भविष्य संवारने में लगी है कस्तूरबा विद्यालय दुग्दा की वार्डेन

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में बेरमो अनुमंडल के अंतिम छोर धनबाद जिला से सटे दुग्दा में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय स्वयं में एक अलग पहचान बनाए है। यहां के तमाम छात्र अनुशासित है। वहीं इस विद्यालय के वार्डेन सह शिक्षिका कविता कुमारी गोराई मात्र 9 गेस्ट शिक्षकों की बदौलत बच्चियों का भविष्य संवारने में जुटी है।

बताया जाता है कि कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय दुग्दा में बेरमो, नावाडीह तथा चंद्रपुरा प्रखंड के लगभग 300 छात्र जो गरीब परिवार से आती है, वे विभिन्न कक्षाओं में अध्यनरत है। उन्हें सरकार द्वारा प्रदत्त तमाम सुविधाएं यथा शिक्षण सामग्री, स्कूल पोशाक, रहने तथा खान की व्यवस्था नि:शुल्क दी जाती है।

विद्यालय की ग्यारहवीं की छात्रा रूपा कुमारी, रेशमा, सुषमा, अन्नू, हेमंती, किताबू, राखी, शीतल, शगुन वर्णवाल, पूनम आदि ने बीते 24 अप्रैल की देर संध्या विद्यालय दौरे के क्रम में बताया कि उन्हें वर्तमान वार्डेन द्वारा समय-समय पर काफी उपयोगी शिक्षा के साथ-साथ बेहतरीन जीवन जीने की जानकारी दी जाती है। साथ हीं विभिन्न महापुरुषों के योगदानों के बारे में विस्तृत रूप से बताया जाता है।

वार्डेन कबिता गोराई के अनुसार विद्यालय में 11वीं कक्षा की छात्रा रूपा कुमारी सिलाई कढ़ाई में काफी निपुण है, जबकि शगुन वर्णवाल सिविल सेवा में जाकर देश सेवा के सपने संजोए है। उनके सपनों को साकार करना ही उनका लक्ष्य है। वार्डेन ने बताया कि विद्यालय के छात्राओं में आपसी समन्वय पर विशेष ध्यान दिया जाता है, ताकि उनमें किसी भी प्रकार का कोई विवाद उत्पन्न ना हो सके। उन्होंने बताया कि सप्ताह भर का बच्चों के खान-पान के लिए मीनू अलग-अलग निश्चित है। जिसमें सोमवार को नाश्ते में ब्रेड दूध, बुधवार को नाश्ते में अंडा, गुरुवार को नाश्ते में इडली तथा शुक्रवार को दूध पोहा।

वही प्रतिदिन दोपहर भोजन में दाल भात के साथ मंगलवार को मांसाहारी यथा मछली, चिकन, बुधवार को ग्लूकोज, रविवार को मछली-चिकन, सोमवार की संध्या सूजी का मीठा हलवा, मंगलवार को कचौड़ी, आलू चप, ब्रेड चोप, बुधवार को फल जबकि रात्रि में प्रतिदिन रोटी सब्जी के अलावा बुधवार को दूध रोटी सब्जी आदि दिया जाता है।

उन्होंने बताया कि विद्यालय में कुल 9 गेस्ट शिक्षक शिक्षक हैं। जिसमें सीता कुमारी, मधु कुमारी, रेखा, स्मिता, उर्वशी, शमी परवीन, रानू, हिमाद्री आदि के अलावा फुल टाइमर तारा उरांव, पार्ट टाइमर उर्मिला, आशा तथा कुंती द्वारा विद्यालय की देखरेख की जाती है। विद्यालय की देखरेख का जिम्मा चंद्रपुरा के बीडीओ की है।

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