अंडरपास में वर्षा जल जमाव से राहगीरों को आवागमन में हो रही परेशानी
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 में राष्ट्रीय राजमार्ग के नीचे बने अंडरपास में वर्षा का पानी लगने से पिछले वर्ष की तरह ही आवागमन का संकट पैदा हो गया है। रहिवासियों को 70 फीट लंबे इस अंडरपास में जल जमाव से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी विपरीत दिशा में तय कर सोनपुर नगर मुख्यालय, स्टेशन, सरकारी कार्यालय, हाट बाजार या स्कूल कॉलेज में आना जाना पड़ रहा है।
बताया जाता है कि वर्ष 2024 में बरसात शुरू होने के बाद अंडर पास में जो जल जमाव शुरू हुआ था, जिसके कारण लगभग 5 महीना तक राहगीरों को आवागमन संकट झेलना पड़ा। सबसे ज्यादा परेशानी तो स्कूलों व बच्चों को हो रही है, जिन्हें स्कूल ले जाने और फिर घर पहुंचने के लिए स्कूल की गाड़ियां आती है।
बताया जाता है कि सोनपुर के वार्ड नंबर 11 जल जमाव के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित है। इसके अलावा उत्तर दिशा के अनेक गांवों के रहिवासियों को भी आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। कहते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग की निर्माण एजेंसी ने अंडर पास तो बना दिया, लेकिन उसकी दोनों ओर एप्रोच रोड को कच्ची ही छोड़ दिया तथा नीचे से ऊपर जाने के लिए जो पहुंच पथ बनाया जाना चाहिए था उसका भी निर्माण अभी तक नहीं हो सका। जबकि इसके लिए हर स्तर के अधिकारियों से फरियाद की गई।
सोनपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष अजय साह का कहना है कि पिछले साल भी उच्च अधिकारियों को कहा गया था। इस बार भी पत्राचार किया जाएगा, ताकि अंडर पास की दोनों तरफ मार्ग बनाने के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के ऊपर जाने के लिए भी पक्की सड़क बनाई जा सके।
बताया कि पिछले वर्ष समस्या काफी गंभीर होने पर तत्कालीन एसडीओ से कारगर पहल करने का अनुरोध किया गया। नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी से भी अनुरोध किया गया। इस संबंध में उनका कहना था कि यह अंडरपास राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के तहत है, इसलिए अंडरपास में हम कुछ भी नहीं कर सकते। लेकिन उन्हें जब यह ध्यान दिलाया गया कि आखिर राहगीरों के आवागमन के लिए कोई व्यवस्था तो करनी पड़ेगी। जब स्थिति इतनी खराब है तो राष्ट्रीय उच्च मार्ग के पदाधिकारी से प्रशासन के स्तर पर त्वरित पत्राचार किया जाना चाहिए, लेकिन इसका भी कोई नतीजा नहीं निकला।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में जब अधिकारियों से बार-बार गुहार की गई तो एक अजीबोगरीब फार्मूला निकाला गया और पंप से पानी निकालने का एक खर्चीला कार्यक्रम तैयार किया गया। रहिवासियों का कहना है कि अंडरपास में पश्चिम दिशा में अगर 6 फीट की चौड़ाई में ढाई फीट ऊंचा अगर एक अस्थाई मार्ग जैसी व्यवस्था कर दी जाए तो कम से कम बरसात में इस समस्या की पीड़ा से थोड़ी मुक्ति मिल सकती है, लेकिन इस पर भी अभी तक कोई विचार नहीं किया गया और अब स्थिति फिर पिछले वर्ष वाली ही होती जा रही है।
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