स्वास्थ्य संस्थानों में दवा की उपलब्धता शत-प्रतिशत कराएं सुनिश्चित-डीएम

ओपीडी में मरीजों को भव्या पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण के जिलाधिकारी (डीएम) अमन समीर ने जिला मुख्यालय छपरा स्थित समाहरणालय सभागार में 17 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की।

उन्होंने स्वास्थ्य संस्थानों में शत-प्रतिशत दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया ताकि मरीजों को आर्थिक बोझ उठाकर बाहर से दवा नहीं खरीदना पड़े। उन्होंने कहा कि ससमय दवा का उठाव कर स्वास्थ्य संस्थान में उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। साथ ही स्टॉक गैप को भी दूर करें।

डीएम समीर ने इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न बिन्दुओं पर गहनता से समीक्षा की और संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने ओपीडी में आने वाले मरीजों का भव्या पोर्टल पर शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन कराने और मरीजों का वाइटल रिकार्ड मेंटेन करने का निर्देश दिया। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केंद्रों में एक्स-रे सेवा को सुदृढ़ करें, ताकि आम मरीजों को कहीं बाहर से एक्स-रे नहीं कराना पड़े। साथ हीं रोगी कल्याण समिति की नियमित बैठक कर स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण पर चर्चा करने का निर्देश दिया।

डीएम ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर चिकित्सकों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाया। उन्होंने सिविल सर्जन को आदेश दिया कि कंट्रोल रूम बनाकर रैंडमली किसी भी डॉक्टर को कॉल कर यह जानकारी लेंगे कि उक्त चिकित्सक स्वास्थ्य केंद्र पर उपस्थित है अथवा नहीं। डीएम स्वयं भी डॉक्टरों से कॉल पर बात कर उपस्थिति की जानकारी लेंगे।

टीबी उन्मूलन केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी कार्यक्रम

डीएम समीर ने कहा कि टीबी उन्मूलन केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। वर्ष 2025 तक इसका उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा टीबी मरीजों की पहचान, जांच और इलाज सुनिश्चित करें। कायाकल्प आवार्ड योजना, राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि कायाकल्प के लिए कम से कम पांच सीएचसी का चयन करें। साथ हीं राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के लिए भी स्वास्थ्य केंद्रों को चयनित कर संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। उन्होंने बैठक में निर्देश दिया कि गर्भवती महिला का प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करें।

प्रसव पूर्व जांच शत-प्रतिशत कराएं। साथ हीं उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला का रजिट्रेशन अनमोल एप पर शत प्रतिशत कराना चाहिए। नियमित टीकाकरण को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक निर्देश दिया गया। कहा गया कि टीकाकरण कार्यक्रम स्वास्थ्य के दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।

उन पंचायतों को चिन्हित करें जहां कम टीकाकरण किया गया है, वहां विशेष रूप से अभियान चलाकर टीकाकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मातृ-मृत्यु दर में कमी लाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। मातृ मृत्यु की रिपोर्टिंग को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। कहीं पर मातृ मृत्यु की सूचना मिलती है तो जिला स्तर पर इसकी सूचना देना सुनिश्चित करेंगे।

चमकी बुखार से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की तैयारियों की समीक्षा

सारण जिले में चमकी बुखार और जेई से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयी तैयारियों की डीएम ने समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस की टैगिंग करें, ताकि जरूरत पड़ने पर पीड़ित मरीजों को समय पर एंबुलेंस की सुविधा मिल सके। जिला अस्पताल सहित सभी अनुमंडलीय और सीएचसी व् पीएचसी में अलग वार्ड बनाया गया है। डीएम ने कहा कि जन जागरूकता के लिए प्रखंड स्तरीय समन्वय समिति की बैठक कर मुखिया और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम चलायें। चमकी बुखार और जेई से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। इसको लेकर सदर अस्पताल में 10 बेड तथा अनुमंडलीय अस्पताल में 5 बेड के अलावा सभी सीएचसी और पीएचसी में दो-दो बेड का वार्ड बनाया गया है।

इस मौके पर उप विकास आयुक्त येतेन्द्र पाल, सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, डीएमओ डॉ दिलीप कुमार सिंह, सीडीओ डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह, डीआईओ डॉ सुमन कुमार, एनसीडीओ डॉ भूपेंद्र सिंह, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, डीएमएंडई ब्रजेश कुमार, यूनिसेफ एसएमसी आरती त्रिपाठी, सीफार डीपीसी गनपत आर्यन समेत सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और बीएचएम उपस्थित थे।

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