आगामी 18 अप्रैल को कला,संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री करेंगे उद्घाटन
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। बिहार ललित कला अकादमी पटना के कला दीर्घा में द्वितीय राज्य स्तरीय कला प्रदर्शनी 2024 – 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस राज्य स्तरीय कला प्रदर्शनी का उद्देश्य वस्तुओं के प्रयोग और श्रेष्ठतम सौन्दर्य-बोध के स्तरों पर कलाकृतियों की गुणवत्ता का प्रदर्शन है।
इस प्रदर्शनी में चाक्षुष विद्या के पेंटिंग, ड्राईंग, मूर्ति कला, ग्राफिक, छायाचित्र एवं लोक कला जैसे माध्यमों में कार्य की गयी उन सभी कृतियों को शामिल किया जा रहा है, जो वृहदत्तर परिपेक्ष्य में उत्कृष्ट होंगे।
उपरोक्त जानकारी अकादमी के सचिव अमृता प्रीतम ने 15 अप्रैल को देते हुए बताया कि आगामी 18 अप्रैल से 8 मई तक चलने वाले इस प्रदर्शनी का उद्घाटन 18 अप्रैल को बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोती लाल प्रसाद करेंगे। इस अवसर पर मंत्री द्वारा उत्कृष्ट कलाकृतियों के लिए 10 चयनित कलाकारों को सम्मानित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि आम दर्शकों के लिए 19 अप्रैल से 8 मई तक पूर्वाहन 11 बजे से संध्या 6 बजे तक कला दीर्घा खुली रहेगी। कहा कि विभाग द्वारा विज्ञापन कराकर प्रविष्टियों की मांग की गयी थी। जिसमें कुल 134 प्रविष्टियां अकादमी को प्राप्त हुए। जिसमें प्रथम निर्णायक मंडल द्वारा प्रदर्शनी योग्य 114 (जिसमें चित्रकला में 34, मूर्तिकला में 17, छायाचित्र में 18, रेखांकन में 6, ग्राफिक्स में 12 तथा लोककला में 27) कलाकृतियो का चयन किया गया है। प्रदर्शनी में शामिल होने योग्य कृतियों और तदन्तर अकादमी सम्मान के उपयुक्त कृतियों का चयन दो स्तरीय निर्णायक मंडल द्वारा किया गया है। प्रथम निर्णायक मंडल प्राप्त प्रविष्टियों में से प्रतियोगिता के लिए चयन किये।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी के उपयुक्त कृतियों का चयन छायाचित्रों, रेखांकन या रूपाकार परिकल्पना की योजना आदि से सम्बद्ध विवरण प्रवेश पत्र के साथ कलाकार के कृति की श्रेष्ठता के आधार पर किया गया है। दूसरा निर्णायक मंडल पहले निर्णायक मंडल द्वारा प्रदर्शनी योग्य चुनी गई कृतियों में से अकादमी सम्मान के उपयुक्त 10 (दस) उत्कृष्ट कलाकृतियों का चयन पुरस्कार के लिए किया गया है।
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