ऑपरेशन थिएटर नहीं चालू होने से दूसरे जगह कराना पड़ा मोतियाबिंद ऑपरेशन-विकास
बहुत जल्द अस्पताल मे सारी सुविधा बहाल की जाएगी-सीएमओ
एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में सीसीएल ढ़ोरी प्रक्षेत्र अंतर्गत केंद्रीय अस्पताल ढ़ोरी इन दिनों संसाधनों के अभाव से जूझ रहा है। इसे लेकर 25 मार्च को अस्पताल के सीएमओ डॉक्टर संजय कुमार सिन्हा के साथ जनता मजदूर संघ ढ़ोरी क्षेत्र के प्रतिनिधियो द्वारा ज्वलन्त समस्याओं को लेकर चर्चा किया गया।
इस अवसर पर जमसं एरिया सचिव विकाश कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व में अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, सर्जन के अलावे डॉक्टर रहते थे। उस वक्त सामान्य ऑपरेशन से लेकर आंख व फैमिली प्लानिग का आपरेशन हुआ करता था। इस कारण ढ़ोरी, बीएंडके व कथारा क्षेत्र के कर्मी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज उपचार के लिए पहुंचते थे।
कहा कि पिछले कई वर्षो से अस्पताल का ऑपरेशन थियटर रूम बंद पड़ा है। इससे मोतियाबिन्द ऑपरेशन, सामान्य ऑपरेशन व फैमिली प्लानिग का ऑपरेशन भी बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि सुविधाओं के अभाव के कारण केंद्रीय अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को काफी परेशानी होती है।
क्षेत्रीय अध्यक्ष धीरज पांडेय ने कहा कि अस्पताल में शव वाहन के अभाव में सीसीएल कर्मी के साथ -साथ ग्रामीण क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को परेशानी होती है। सीसीएल प्रबंधन के प्रयास भी सिर्फ रस्म अदायगी के लिए कागजी घोड़े दौड़ाने तक ही सीमित हैं।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय अस्पताल में इलाज के दौरान या किसी हादसे में किसी गरीब परिवार के व्यक्ति की मृत्यु होने पर शव को घर या गांव तक ले जाने के लिए परिजनों को किराए से ट्रैक्टर ट्राली या अन्य निजी वाहन का सहारा लेना पड़ता है। जमसं द्वारा कई बार शव वाहन को लेकर ढोरी जीएम और अस्पताल प्रबंधन का ध्यान आकर्षित कराया गया। फिर भी यहां शव वाहन की सुविधा मुहैया कराने के लिए किसी ने कोई ठोस पहल नहीं की। जिसका खामियाजा सीसीएल कर्मी और बेकसूर गरीबों और जरूरतमंद को आए दिन तकलीफों और आर्थिक नुकसान के रूप में भुगतना पड़ता है।
क्षेत्रिय वेलफेयर सदस्य ओम शंकर सिंह ने कहा कि यहां सीसीएल कामगारों सहित आसपास के ग्रामीण इलाज कराने आते है। कहा कि पर्याप्त मात्रा में इलाज की सुविधा नही रहने के कारण मरीजो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कहा कि उक्त व्यवस्था यहां नहीं है तो इसका जिम्मेदार कौन है? यहां का प्रबंधन चुप क्यों है? इसकी व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही है? उन्होंने कहा कि अस्पताल में उक्त सुविधाएं रहने की मांग हमारा यूनियन पूर्व में भी कई बार कर चुकी है। बावजूद इसके यहां अभी तक सुविधा बहाल नही की गई। कहा कि 16 नर्स को रहने के लिए आवास बहाल की जाए।
बताते चले कि तीन दिन पूर्व अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर चालू नही रहने के कारण रिजनल अस्पताल करगली मे 46 मोतियाबिंद मरीजो का ऑपरेशन सीएमओ सह नेत्र रोग विशेषज्ञ संजय कुमार सिंहा द्वारा किया गया। इसके पूर्व सफल ऑपरेशन करने पर सीएमओ डॉक्टर सिंहा और मेल नर्स पी एन झा को यूनियन प्रतिनिधियों ने अंग वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया।
मामले में सीएमओ डॉ सिंहा ने बताया कि शव वाहन की मांग और ऑपरेशन थियेटर रूम को चालू कराने को लेकर कई बार वरिष्ठ अफसरों और विभाग को पत्राचार की गई। कहा कि बहुत जल्द अस्पताल मे सारी सुविघा बहाल की जाएगी। मौके पर परमजीत कुमार, रीता देवी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।
58 total views, 1 views today