केरल से लेकर महाराष्ट्र तक बाढ़ का कहर

साभार/ नई दिल्ली। मॉनसून की बारिश के कारण देशभर में कई राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ के चपेट में आने से आम लोगों का जन-जीवन प्रभावित हो गया है। दक्षिण भारत में केरल राज्य को काफी नुकसान पहुंचा है। पिनराई विजयन सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है और सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का ऐलान किया है। वहीं कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट (kochi international airport) के रनवे पर पानी भर जाने के कारण रविवार तक सभी उड़ानें स्थगित कर दी है।

अन्य राज्य मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात और ओडिशा राज्यों के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अभी भी इन राज्यों में अगले दो दिन तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है।

केरल (Kerala), महाराष्ट्र (Maharashtra) और कर्नाटक (Karnataka) सहित कई राज्यों में शुक्रवार को मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि पिछले तीन दिनों में बारिश जनित घटनाओं में 28 लोगों की मौत हो गई। केरल में बारिश ने इस वर्ष भी कहर ढाया है। उन्होंने कहा कि वायनाड और मलप्पुरम में भूस्खलन के कारण मलबे में कम से कम 40 लोगों के फंसे होने की आशंका है।

राज्य में रेल, सड़क और हवाई यातायात प्रभावित है और कई रेलगाड़ियों को रद्द करना पड़ा और कोच्चि हवाई अड्डे के करीब 60 फीसदी हिस्से में जलभराव के कारण यह 11 अगस्त तक बंद है। राज्य के 14 जिलों में से नौ के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है और सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि राज्य भर के 738 राहत शिविरों में 64 हजार लोगों को रखा गया है।

केरल के वायनाड लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बाढ़ को लेकर बात की और उनसे मदद मांगी। पश्चिम महाराष्ट्र के पांच जिलों में भीषण बाढ़ के कारण दो लाख 85 हजार से अधिक लोगों को निकाला गया है जिसमें बुरी तरह प्रभावित कोल्हापुर और सांगली भी शामिल हैं। बाढ़ के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 29 हो गई। कोल्हापुर में 34 राहत दल और सांगली में 36 राहत दल काम कर रहे हैं। इनमें एनडीआरएफ, नौसेना, तटरक्षक बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम भी शामिल है।

कर्नाटक में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि बारिश जनित घटनाओं में 12 लोगों की मौत हुई है। जद एस सुप्रीमो एच डी देवगौड़ा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि कर्नाटक में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए।

वहीं, महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि कर्नाटक अलमाटी बांध से पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़े जिससे पश्चिमी महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित जिलों में जलस्तर कम हो सके। पवार ने बताया कि मोदी ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह इस मामले में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में कृष्णा नदी पूरे ऊफान पर है।


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