एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। दिल्ली तथा झारखंड के तर्ज पर बिहार की महिलाओं के खाते में प्रतिमा ₹3 हजार दे नीतीश सरकार। इससे महिलाओं का उत्थान के साथ महिला उत्थान एवं महिलाओं की स्थिति में सुधार होगा। महिलाओं से संबंधित योजनाओं में महिलाओं की हकमारी बंद हो।
वृद्धावस्था, मोसमाती, दिव्यांग पेंशन प्रतिमाह ₹3 हजार करने, राशन को बढ़ाकर प्रति यूनिट 15 किलो करने एवं चावल-गेहूं के अलावे दाल, चना, चीनी, तेल देने, 2 सौ यूनिट फ्री बिजली देने एवं बकाया बिजली बिल माफ करने, समूह एवं माइक्रो फाइनेंस कंपनी का लोन माफ करने की मांग को लेकर ग्रामीण महिलाओं को संगठित कर अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला ऐसोसिएशन (ऐपवा) आंदोलन का रूख अख्तियार करेगी।
उक्त बातें ऐपवा के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने 9 मार्च को जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के मोतीपुर वार्ड क्रमांक 27 में महिला बैठक को संबोधित करते हुए कहा।
बैठक की अध्यक्षता सरिता देवी ने की। इस अवसर पर साजन देवी, गिरजा देवी, संजू देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।
बैठक में बिहार की बेटी स्नेहा कुशवाहा को न्याय देने, नालंदा में महिला के दुष्कर्मी एवं हत्यारे को गिरफ्तार करने, बिहार में बढ़ते हत्या, अपराध तथा छिनतई की घटना पर रोक लगाने एवं महिलाओं से संबंधित विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं में महिलाओं की हकमारी पर रोक लगाने की मांग की गई।
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