मेडिकल चेकअप का काला कानून खत्म, बीएसएल द्वारा मजदूरों का ईलाज-राजेंद्र 

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र प्रबंधन के नकारात्मक नीतियों के खिलाफ हिन्द मजदूर सभा से संबद्ध क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ द्वारा चरणबद्ध आन्दोलन के प्रथम चरण मे आहुत 7 मार्च के हड़ताल के मद्देनजर लगातार तीन दिनो तक चली युनियन एवं प्रबंधन की वार्ता में आखिरकार अधिशासी निदेशक (संकार्य) के हस्तक्षेप के बाद सहमती के साथ खत्म हुई।

वार्ता बीते 5 एवं 6 मार्च को मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) कार्यालय पर हुई, जिसमे प्रबंधन की ओर से मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन के साथ, महाप्रबंधक प्रभारी संकार्य (मानव संसाधन), महाप्रबंधक ठेका मजदूर प्रकोष्ठ संकार्य (मानव संसाधन), महाप्रबंधक सीएण्डआईटी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी बोकारो जेनरल अस्पताल, महाप्रबंधक सुरक्षा विभाग, सहायक महाप्रबंधक औद्योगिक संबंध तथा वरीय प्रबंधक औद्योगिक संबंध मौजूद रहे।

वहीं युनियन की ओर से क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ के महामन्त्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह के साथ आर.के.सिंह, रमेश राय, शशिभूषण, सुभाष चंद्र कुंभकार और विपिन कुमार सिंह शामिल रहे। जानकारी देते हुए यूनियन के चंद्र प्रकाश ने बताया कि पहले दिनो की वार्ता बेनतीजा रही। अधिकारीयों के सभी प्रस्ताव को युनियन ने ठुकराते हुए कहा कि बैठक मे टालमटोल नहीं चलेगा।

ठोस और निर्णायक प्रस्ताव है तो सहमती होगी, अन्यथा हड़ताल, फैसला आपका। इसके बाद 6 मार्च को अधिशासी निदेशक (संकार्य) के नेतृत्व में प्रबंधन तथा महामन्त्री राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुनः वार्ता हुई। उन्होंने बताया कि एक तरफ वार्ता चल रही थी तो दूसरी तरफ हड़ताल की सफलता हेतु कोक ओवन एवं धमन भट्ठी के मजदूर फ्लैग मार्च कर रहे थे।आखिरकार दोपहर एक बजे दिन में वार्ता खत्म हुई। वार्ता के उपरान्त महामंत्री सिंह ने दोनो विभागो मे जाकर मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी एकता से यूनियन ने फिर जीत हासिल की है।

मेडिकल चेकअप के काले कानून की आड़ में जो मजदूरो को काम से बैठाने का षड्यंत्र चल रहा था, अब खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि ईडी वर्कस ने साफ शब्दो मे कहा है कि आप प्लांट चलने दीजिए, प्रबंधन की ओर से वे वादा करते है कि एक भी मजदूर मेडिकल चेकअप के कारण काम से बाहर नहीं होगा। वे घोषणा करते हैं कि आज से मेडिकल चेकअप का गेट पास से किसी प्रकार का लिंक नहीं रहेगा।

महामंत्री सिंह ने कहा कि ईएसआईसी की सीमा से बाहर हो चुके मजदूरो के ईलाज पर भी सहमती बन गई है। प्रबंधन ने वादा किया है कि मार्च तक अगर ईएसआईसी ₹21000/= की सीमा को आगे नहीं बढ़ाती है तो अप्रैल से मजदूरो के ईलाज की जवाबदेही बोकरो स्टील प्लांट प्रबंधन की होगी।
वहीं इन्सेंटिव रिवार्ड स्कीम पर बोलते हुए महामंत्री सिंह ने कहा कि प्रबंधन ने वादा किया है कि जितना जल्द हो सकता है हम नवीकृत इन्सेंटिव रिवार्ड स्कीम को लागू करेंगे। वार्ता के दौरान हीं ईडी वर्क्स ने कमिटी से फोन से बात कर जल्द से जल्द निर्णय लेने का आदेश भी दिया।

सिंह ने कहा कि हमारी मुख्य तीन मांगों को प्रबंधन ने पूर्णतया मान लिया है। साथ हीं यह भी आश्वासन दिया है कि हमारी अन्य मांगे जैसे ठेका मजदूरो के ग्रेच्युटी, नाइट शिफ्ट एलाउंस, ग्रेड प्रमोशन आदि पर वार्ता कर जल्द ठोस पहल करेंगे। अन्त में महामंत्री सिंह ने कहा कि हम एक जिम्मेदार युनियन हैं।हम अपना अधिकार लेना जानते हैं तो कर्तव्य निभाना भी जानते हैं। आज सभा के माध्यम से हम हड़ताल को आगे बढ़ाने की घोषणा करते हैं। मगर यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जिस दिन प्रबंधन के वादे में जरा सा भेद होगा, ना चिट्ठी ना नोटिस उसी दिन नहीं उसी समय प्लांट बंद होगा।

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