बुद्ध विहार प्रांगण में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

प्रहरी संवाददाता/बोकारो। बोकारो के बुद्ध विहार प्रांगण में 2 मार्च को क्षेत्र के बौद्ध उपासकों, समाजसेवियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।

जानकारी के अनुसार श्रद्धांजलि सभा में बोकारो बुद्ध विहार के संस्थापक सदस्य कुशवाहा समाज चास के पूर्व महासचिव तथा अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के संरक्षक राजेश्वर प्रसाद सिन्हा उर्फ आर. पी. सिन्हा जिन्होंने बौद्ध संस्कृति को अपनाकर चीवर धारण कर भंते प्रज्ञानंद के नाम से ख्याति प्राप्त की थी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

इस अवसर पर बौद्ध घम्म विधि विधान के अनुसार भंते एम. के. राजन, बौद्धाचार्य वी. एन. मेहता, बागीश्वर साह और बैरिस्टर बौद्ध ने बुद्ध वंदना, त्रिशरण, पंचशील और परित्राण पाठ के साथ कार्यक्रम को संपन्न कराया। उपस्थित जनों ने भंते प्रज्ञानंद की याद में बुद्ध विहार परिसर में सामूहिक रूप से स्मृति वृक्ष लगाए। श्रद्धांजलि सभा में जिले के कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारी और प्रतिनिधि शामिल हुए।

इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए बौद्ध भिक्षु एम. के. राजन ने बौद्ध संस्कृति की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत की मूल संस्कृति और संस्कार आज भी विश्व में भारतीय सभ्यता और संस्कृति का लोहा मनवाते हैं।

कांग्रेस के पिछड़ा प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राकेश महतो ने कहा कि भंते प्रज्ञानंद ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ विदेशों में भी बौद्ध संस्कृति के संवाहक बने रहे। कहा कि भंते प्रज्ञानंद ने बाल्यकाल से ही जगदेव बाबू के विचारों से प्रेरित होकर अर्जक संघ, शोषित समाज दल और समाजवादी पार्टियों से जुड़कर हमेशा पिछड़े और दलित समाज के आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी निभाते रहे थे।

श्रद्धांजलि सभा में बोकारो बुद्ध विहार समिति के सचिव के. पी. रजक, योगेन्द्र प्रसाद रजक, बसपा नेता राजेश महतो, अध्यात्मिक साहचर्य संस्था रेयुकाई के. वी. साह, अर्जक संघ बोकारो जिलाध्यक्ष उषा अर्जक, विवेक कुमार, अनिता सिंह, रामाश्रय प्रसाद, पंचायत परिषद महासचिव राम बल्लभ महतो, कुंवर सिंह कुशवाहा, ए. पी. वर्मा, भरत महतो, अजय कुमार, विरेंद्र कुमार सिंह, नागमणी शर्मा व् अन्य वक्ताओं ने भंते प्रज्ञानंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।

सभा में आगंतुक बौद्ध विचारकों, उपासकों, प्रतिनिधियों और मित्र बंधुओं का स्वागत परिनिर्वानी भंते प्रज्ञानंद की पुत्री सीमा विनोद कुमार और कुमारी अमिता सिन्हा ने किया। सभा का संचालन संजय शाक्यवंशी जबकि धन्यवाद ज्ञापन विश्वनाथ मेहता ने किया।

 37 total views,  2 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *