एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में सीसीएल बीएंडके क्षेत्र के श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा एक मार्च को क्षेत्र में स्थित वाटर फ़िल्टर प्लांट तथा क्षेत्रीय अस्पताल का निरिक्षण किया गया। निरिक्षण के क्रम में उपरोक्त स्थलों में कई प्रकार की कमी तथा अनियमितता देखा गया।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय श्रमिक संगठन हिन्द मजदूर सभा से संबद्ध आरकेएमयू, सीटू से संबद्ध एनसीओईए तथा भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सीसीएल सीकेएस के प्रतिनिधियों ने वाटर फिल्टर प्लांट करगली तथा क्षेत्रीय अस्पताल करगली का निरीक्षण किया। निरिक्षण के क्रम में पानी फिल्टर प्लांट में कई अनियमितताएं पाई गई। बताया जाता है कि फिल्टर प्लांट मे पानी की सफाई के लिए मानक मात्रा को दरकिनार कर गुणवत्ता हीन फिटकरी एवं ब्लीचिंग पाउडर का उपयोग किया जा रहा है।
जिसके कारण कॉलोनियों में पीने योग्य पानी का सप्लाई नहीं हो रहा है। साथ हीं प्लांट के चारदीवारी के अंदर बड़ी मात्रा में झाड़ी उग आए हैं, जिसकी नियमित कटाई होनी चाहिए थी। बीटी पंप घर में कर्मियों के आने जाने की काफी असुविधा है। नीचे नदी से पानी इंटेक बेल जगह भी कर्मियों के काम करने लायक नहीं है। मेकॉन कंपनी का रेनोवेशन का काम काफी धीमी गति से और गुणवत्ता विहीन चल रहा है।
इसी क्रम में श्रमिक प्रतिनिधियों ने करगली क्षेत्रीय अस्पताल का निरिक्षण भी किया गया। यहां रसोई घर के आसपास समुचित साफ सफाई का अभाव दिखा। एरिया मेडिकल ऑफिसर डॉ संतोष कुमार ने श्रमिक प्रतिनिधियों को बताया कि पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकों के नहीं होने पर आने वाले समय में रात्रि पाली बंद कर दिया जा सकता है। एक्स-रे टेक्नीशियन के अवकाश में जाने पर मरीजों का एक्स-रे कार्य बंद रहता है।
प्रतिनिधियों ने इन सारी बातों को गंभीरता से लिया और इससे क्षेत्रीय प्रबंधन तथा सीसीएल मुख्यालय को अवगत करा कर त्वरित समाधान करने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में गजेंद्र प्रसाद सिंह, विजय कुमार भोई, रामनीहोरा सिंह, नंदकिशोर सिंह, सुरेश कुमार, धर्मेन्द्र सिंह, मुनिलाल हजाम, राजकुमार ठाकुर, सुरेश यादव, बिनोद शर्मा आदि शामिल थे।
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