इस्पातकर्मियों एवं ठेकाकर्मियों की मांगो को ले होगा कोक ओवेन का चक्का जाम-चौधरी

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। सेल के बोकारो इस्पातकर्मियों और ठेकाकर्मियों के लम्बित मांगो को लेकर 22 फरवरी को जय झारखंड मजदूर समाज की ओर से कोक ओवेन एन्ड कोक केमिकल विभाग मे कार्यरत हजारों कर्मियों ने चेतावनी प्रदर्शन मे भाग लिया। कामगारों द्वारा कोक ओवेन और प्लांट प्रबंधन के साथ एनजेसीएस युनियन के प्रति अपने आक्रोश को प्रदर्शित किया।

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा केन्द्रीय सदस्य सह जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बी. के. चौधरी ने प्रदर्शन जुलूस के बाद सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रबंधन आँख और कान खोलकर मजदूरों के आक्रोश को देख ले और सुन ले कि मजदूर अब अपने अधिकार को समझ चुका है। मजदूर ठेकेदार-इंजिनियर-इंचार्ज गठजोड़ के द्वारा गेट पास रोकने का डर निकल चुका है। उन्होंने कहा कि मजदूर अब अपने खून पसीने से कमाये वेतन मे से एक रूपया भी नहीं लौटाने का कठोर निर्णय ले चुका है।

महामंत्री चौधरी ने कहा कि एक तरफ प्रबंधन इस्पातकर्मियों का 39 महीने का एरियर देने से इन्कार कर रही है, जबकि वर्ष 1984 से बने इन्सेंटिव रिवार्ड स्कीम को बदलना नहीं चाह रही है, तो दुसरी ओर ग्रेज्युटी पर सिलिंग लगाकर मजदूरों को कंगाल बनाना चाह रही है। ऐसे अनेकानेक समस्याओं के प्रति जहां प्रबंधन टाल मटोल कर रही है, वहीं एनजेसीएस नेता दिल्ली मे प्रबंधन के साथ मौन स्वीकृति देकर बोकारो मे घडिय़ालू आँसू दिखा रहे है। जिसे इस्पातकर्मी और ठेकाकर्मी भलि भांती समझ चुका है।

उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत उत्पादन और मुनाफा देने वाले ठेकाकर्मी जो स्थायी प्रवृति का काम कर रहे है। जो नियमतः साईकिल, केन्टीन, रात्रि पाली और इन्सेंटिव रिवार्ड, मेडिकल जांच मे अनफिट मजदूर को पुनः 7 दिन के बाद 8 वें दिन री-मेडिकल के साथ साथ प्रोफिट लिंक रिवार्ड स्कीम के हकदार है। उसे यह कहकर टाला जा रहा है कि यह सारी मांगे एनजेसीएस के स्तर का है। कहा कि जय झारखंड मजदूर समाज द्वारा बीते वर्ष 13 जूलाई को एक दिवसीय हड़ताल नोटिस पर सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय धनबाद मे प्रबंधन ने लिखित उपरोक्त बाते दिया था।

अब इस्पात मजदूर एनजेसीएस को मानने को तैयार नही है। इसलिए उपरोक्त 22 सूत्री मांगो पर प्रबंधन द्वारा सकारात्मक पहल नही किया गया तो सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय धनबाद मे हुए त्रिपक्षीय समझौता को लागू करने के लिए कभी भी हड़ताल का नोटिस दिया जा सकता है। कहा कि अगर अब कामगारों के वेतन मे से पैसा नही लौटाने पर जिस अनुभाग मे किसी का गेट पास रोका गया तो उस अनुभाग मे काम कर रहे शेष मजदूर काम बंद करने का निर्णय ले चुका है।

सभा की अध्यक्षता युनियन के उपाध्यक्ष सी. के. एस. मुण्डा और संचालन संयुक्त महामंत्री अनिल कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन रौशन कुमार ने किया। सभा व् प्रदर्शन कार्यक्रम मे मुख्य रूप से यूनियन के संयुक्त महामंत्री एन. के. सिंह, कार्यालय मंत्री आर बी चौधरी, अनिल कुमार, एस. के. सिंह, सी. के. एस. मुंडा, तुलसी साहू, रोशन कुमार, आर बी सिंह, विनोद कुमार, जे.पी. सोरेन, बी. डी. रजवार, आशीष मोदी, विनय राव, एन. सी. मांझी, मोहन मरांडी, उत्तम कुमार, कमल किशोर, आदित्य दास, हरेंद्र लहरी, तपेश्वर कुमार हांसदा, भागीरथ महतो, तारिणी राय, विनोद राम, बलराम महतो, आई. अहमद, रामा रवानी, आशिक़ अंसारी, बादल कोईरी, आर. आर. सोरेन, शशिकांत कुमार, बिजय कुमार साह, बालेश्वर राय, राजेन्द्र प्रसाद, सुरेश प्रसाद, दयाल मांझी, नासिर अहमद खान इत्यादि उपस्थित थे।

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