अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। रेलवे बोर्ड रनिंग कर्मचारियों के साथ भेद-भाव कर रही है। लंबे समय से उनकी जायज मांगों को नजरंदाज की जा रही है। रेलवे बोर्ड की इस उपेक्षा और अपनी मांगों के समर्थन में 20 फरवरी को रेलवे रनिंग कर्मचारियों ने केन्द्रीय कमिटी के निर्णय के अनुसार सारण जिला के हद में सोनपुर रेल मंडल कार्यालय के मुख्य द्वार पर 36 घण्टे का अनशन कार्यक्रम आरम्भ किया।
जानकारी के अनुसार उक्त 36 घंटे के भूख हड़ताल कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष शिव शंकर मंडल ने की। मौके पर मंडल सचिव पिनाकी नंदन ने रेल की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोनपुर मंडल में लंबे समय से लंबित मामलों के समाधान के लिए मंडल प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा।
प्रबंधन को सौंपे गये मांग पत्र में कहा गया है कि रेलकर्मियों को डीए के 50 प्रतिशत होने पर टीए में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई, उसी अनुरूप किलोमीटर अलाउंस में भी 25 प्रतिशत की वृद्धि की जाय।
साइन ऑन से साइन ऑफ डियूटी 8 घण्टे निर्धारित किया जाय, किसी भी हालत में 9 घण्टे से ज्यादा काम नही लिया जाय। साप्ताहिक विश्राम 30 घण्टे में हेडक्टर रेस्ट 16 घण्टे जोड़कर कुल 46 घण्टे दिया जाय।लगातार 2 रात्रि से ज्यादा कार्य नहीं लिया जाय। क्रू से वैगन स्टेबल करने पर, हैंड ब्रेक, अप्लाय और रिलीज करने के आदेश को निरस्त किया जाय और पूर्व की तरह यह कार्य स्टेशन कर्मचारियों से कराया जाय।
36 घण्टे में हेडकटर वापस करना सुनिश्चित किया जाय। टूल्स और एफएसडी लोको में रखा जाय। हजारों बाकी बचे हुए परफॉर्म पदोन्नति के हकदार एलपी को भी शीघ्र लाभ दिया जाय। परफॉर्मा प्रमोशन के तहत अभी तक बहुत सारे रनिंग स्टाफ लाभ से वंचित हैं, जिससे रुपये प्रति माह आर्थिक क्षति हो रही है। पिछले चार वर्षों से जूनियर पैसेंजर ट्रेन पर काम कर रहे हैं और सीनियर को मालगाड़ी से मालगाड़ी का कार्य लिया और कराया जा रहा है।
कुछ एलपी को पैसेंजर में पदोन्नति दिए जाने के बावजूद जबरन मालगाड़ी कार्य कराया जा रहा है। यह सीधे-सीधे नियम विरुद्ध, अधिकार का दुरुपयोग एवं अत्याचार का मामला है। इस पर रोक लगाई जाए। लीव से आगमन पर कर्मचारी की 6 बजे के बजाय 4 बजे ही कॉल दे कर अनुपस्थित कर परेशान किया जा रहा है, संरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे 8 बजे निर्धारित किया जाए।
मांगो में अंतरमंडलीय ऑन रिक्वेस्ट स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी की जाय, उसके बाद ही नई पोस्टिंग की जाए। म्यूचुअल ट्रांसफर के केस में नियमानुसार सीनियरिटी निर्धारित की जाए, इस संबंध में लंबित आवेदनों का नियम सम्मत निपटारा किया जाए। सामान्य अवस्था में छुट्टी के आवेदन दिए जाने पर अनुपस्थित नहीं किया जाय। अनावश्यक एवं मामूली कारणों से भी चार्जशीट एवं पनिशमेंट देकर भय एवं तनाव के माहौल में काम कराये जाने पर रोक लगाई जाय।
भूख हड़ताल आंदोलन के दौरान आयोजित सभा को इसीआरईयू के मंडल मंत्री संदीप पासवान, झुन्नू कुमार, मंडल एआईएलआरएसए संयुक्त सचिव संजय सिंह, दिनेश प्रसाद श्रीवास्तव, विरझन चौधरी, अंजनी कुमार, प्रदीप कुमार, नरेंद्र कुमार, अभय कुमार भारती, नवल चौधरी, बिनोद कुमार, मदन कुमार आदि ने संबोधित किया।
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