एस. पी. सक्सेना/बोकारो। केंद्रीय वन पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन एवं विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने 17 फरवरी को बोकारो परिसदन सभागार में बैठक की। मंत्री ने बोकारो जिला उपायुक्त समेत जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ नीति आयोग द्वारा निर्धारित विभिन्न आयामों अंतर्गत किए गए विकास कार्यों के संबंध में विस्तार से समीक्षा की।
मौके पर जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी, डीआरडीए निदेशक, अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
बैठक में उपायुक्त ने केंद्रीय मंत्री को क्रमवार स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन, बुनियादी ढ़ांचा एवं वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के क्षेत्र में किए गए कार्य, आंकांक्षी जिला-आंकांक्षी प्रखंड का कंपोजिट स्कोर एवं डेल्टा रेंक के संबंध में बताया। बैठक में मंत्री को स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में बोकारो जिले के लिए प्रमुख चुनौती एवं जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों से अवगत कराया गया।
जिसमें एनीमिया, ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) और स्वास्थ्य सेवाओं के दिशा में किए गए कार्यों को बताया गया। कहा गया कि टीबी के रोकथाम को लेकर कई जागरूकता शिविर, मरीजों के पहचान/उपचार को लेकर 2,285 टीवी शिविर आयोजित किया गया। कहा गया कि बेहतर पोषण एवं बीमारी से तेजी से रिकवरी को लेकर 633 टीबी मरीजों के बीच 2,428 फूड बास्केट का वितरण किया गया।
वहीं, गर्भवती महिलाओं में एनीमिया नहीं हो, ससमय उनका जांच और उपचार हो इसके लिए जिला प्रशासन के पहल पर डीएमएफटी मद से 124 हेमोग्लोबिनोमीटर उपलब्ध कराया गया है, 4000 से ज्यादा आंगनबाड़ी कर्मियों को तीन महिने का प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वह तकनीकी रूप से दक्ष हो सके। कहा गया कि प्रत्येक माह के 9 एवं 11 तारीख को विशेष जांच शिविर का आयोजन किया जाता है।
बैठक में कहा गया कि बोकारो जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने को लेकर आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड किया है। गर्भवती महिलाओं के जांच के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में एएनसी टेबल, बीपी मशीन, वेट मशीन आदि उपलब्ध कराया गया है, जहां प्रत्येक सप्ताह के गुरुवार तथा शनिवार को आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका एवं स्वास्थ्य विभाग की सहिया, एएनएम द्वारा टीकाकरण एवं गर्भवती महिलाओं का एएनसी जांच किया जाता है।
कहा गया कि आवश्यकतानुरूप स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक, पारा मेडिकल, एएनएम/जीएनएम एवं माड्यूलर ओटी सदर अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जिला खनीज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) से उपलब्ध कराया गया है। इसी क्रम में जिला प्रशासन ने सीएसआर के तहत स्वास्थ्य सहियाओं को ईलेक्ट्रानिक स्कूटी भी उपलब्ध कराया है, ताकि दुर्गम क्षेत्रों में भी जरूरतमंदो को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके। संस्थागत प्रसव के मामले में जिले का प्रदर्शन शत प्रतिशत है। आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल आंगनबाड़ी केंद्र/ लर्निंग म्यूजिम के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में 45 खाद्य पदार्थों से निर्मित रेडी टू ईट पैकेट की आपूर्ति की जा रही है, जिससे बच्चों को बेहतर पोषण मिल सके। कुपोषित बच्चों को भी कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती कर उन्हें कुपोषण मुक्त किया जा रहा है। वर्तमान में कुपोषण उपचार केंद्रों को अपग्रेड भी किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं के एएनसी जांच की व्यवस्था, केंद्रों को लर्निंग म्यूजियम के रूप में विकसित करने जैसे प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे राष्ट्रीय पटल पर रखने की बात कहीं।
मंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी बोकारो जिला विभिन्न कैटेगरी में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है और यह क्रम अभी भी जारी है। उन्होंने छात्र – शिक्षक अनुपात, विद्यालयों में पेयजल की सुविधा, शौचालय की सुविधा आदि के संबंध में जाना। कहा कि जिले के सभी विद्यालयों को भी लर्निंग म्यूजियम के रूप में विकसित किया गया है।
विद्यालयों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त कक्षाओं का भी निर्माण किया जा रहा है। विद्यालयों में स्मार्ट क्लास एवं टैब लैब भी है। मंत्री ने कृषि, जल संसाधन, बुनियादी ढ़ांचा एवं वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के तहत जिले के प्रदर्शन की समीक्षा की। कृषि, जल संसाधन के समीक्षा क्रम में उन्होंने जिले में कम सिंचाई की आवश्यकता वाले धान की फसल की जानकारी ली।
बैठक में उन्होंने कुछ सुझाव भी दिए। इस क्रम में उन्होंने जिला कृषि विभाग को लघु सिंचाई में ड्रिप सिंचाई के साथ स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली का इस्तेमाल करने को कहा। वहीं, पहाड़ी एवं सिंचाई सुविधा कम वाले क्षेत्रों में औषधीय पौधा मदार की खेती के लिए किसानों को प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों को इस दिशा में कार्य करने को कहा।
मौके पर सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद, जिला योजना पदाधिकारी राज शर्मा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डॉ सुमन गुप्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी जगरनाथ लोहरा, जिला शिक्षा अधीक्षक अतुल चौबे, जिला कल्याण पदाधिकारी एन एस कुजूर, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ मनोज मणि, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, नोडल पदाधिकारी मनरेगा पंकज दूबे, जेएसएलपीएस डीपीएम सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
41 total views, 1 views today