पशुपालन विभाग द्वारा दुग्ध उत्पादन, नस्ल सह पशु बांझपन पर कार्यशाला

पशुपालकों को नस्ल, दूध आदि के आधार पर किया गया पुरस्कृत

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला पशुपालन विभाग द्वारा दुग्ध उत्पादन, नस्ल सह पशु बांझपन पर 13 फरवरी को कार्यशाला का आयोजन किया गया।

जिला के हद में दरियापुर प्रखंड के हरना पंचायत संगम चौक स्थित सामुदायिक भवन परिसर में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार एवं जिला पशुपालन कार्यालय सारण (छपरा) के सौजन्य से बीते माह 14 जनवरी से 13 फरवरी तक पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरुकता माह के तहत दुग्ध उत्पादन प्रतियोगिता, नस्ल प्रतियोगिता सह पशु बांझपन तथा जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर सम्मिलित रूप से व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष कुमार, समाजसेवी अखिलेश कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ ओबेदुल्लाह, अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी डॉ मुकेश सहाय, सहायक निदेशक (सामान्य) डॉ कुमुद रंजन, कांफेड प्रतिनिधि चंद्रिका राय ने किया। शिविर में लगभग 65 गाय एवं 25 भैंसों को लेकर स्थानीय पशुपालक के साथ सुदूर इलाके से पशुपालक अपने पशुओं के साथ भाग लिए।

शिविर में त्रिस्तरीय निर्णायक मंडली में शामिल डॉ विजय कुमार मंडल, डॉ विपीन कुमार, डॉ संजीव कुमार के द्वारा दुग्ध संग्रहण कराया गया और दुग्ध के फैट की जांच कराई गई। अच्छे दुधारु नस्ल के पशुओं की गुणवत्ता की जांच की गई। नस्ल आधारित चयन मंडली में शामिल डॉ निक्कू महेन्द्र, डॉ हितेश प्रसाद, डॉ विवेक वर्मा द्वारा मवेशियों की उम्र, ज्ञात संख्या, थन का आकार -प्रकार जैसे विभिन्न मानकों के आधार पर उत्कृष्ट नस्ल के मवेशियों का चयन किया गया। कार्यशाला में मोबाईल पशु चिकित्सालय में कार्यरत डॉ अनुष्का, डॉ राजीव कुमार, डॉ कामरान द्वारा मुफ्त चिकित्सीय सलाह एवं दवा वितरण किया गया।

कार्यशाला में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी डॉ मुकेश कुमार द्वारा दी गई। पशुओं में होने वाले विभिन्न बीमारियों और उससे बचाव के उपाय की जानकारी डॉ मनीष पांडेय द्वारा दी गई। अतिथियों का स्वागत डॉ अदिति ने किया। डॉ मुकेश सहाय ने मवेशियों को समय से टीकाकरण कराने, मिनरल मिक्सचर का सेवन कराने के समय प्रत्येक तीन माह पर कीड़े की दवा देने की सलाह दी।

आयोजित प्रतियोगिता में नस्ल के आधार पर, दुग्ध उत्पादन के आधार पर प्रत्येक श्रेणी में तीन पुरस्कार एवं तीन सांत्वना पुरस्कार के साथ कुल 18 पुरस्कार का वितरण किया गया। जिसमें गाय दुग्ध उत्पादन का प्रथम पुरस्कार ₹3000 यदुरामपुर के शंकर राय को मिला। द्वितीय पुरस्कार ₹2000 बनवारीपुर के श्याम सुंदर राय को मिला, जबकि यदुरामपुर के विकास कुमार ने तृतीय पुरस्कार ₹ 1000 पाया।

दुग्ध उत्पादन में सांत्वना पुरस्कार के रुप में विकास कुमार यदुरामपुर, राकेश कुमार बनवारीपुर एवं सन्नी कुमार को ₹500 – 500 का पुरस्कार मिला। इसी तरह भैंस दुग्ध उत्पादन के तहत हरना के चांदसी साह को ₹3000, बनवारीपुर के कृष्णा राय को ₹2000 एवं बनवारीपुर के मुख्तार राय को ₹1000 पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया गया। जबकि सांत्वना पुरस्कार जयनाथ राय, राकेश कुमार एवं वैजू कुमार सभी हरना रहिवासी को क्रमशः ₹500 – 500 का पुरस्कार मिला।

नस्ल प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार ₹3000 बनवारीपुर के अंशु कुमार को मिला। द्वितीय पुरस्कार स्वरूप ₹2000 हरना के जयनाथ राय एवं इसी गांव के बुन्नी लाल राय को ₹1000 तृतीय पुरस्कार के रुप में प्राप्त हुआ। अरुण कुमार, बहसु राय,अवधेश राय, सुखनंदन राय को सांत्वना पुरस्कार से संतोष करना पड़ा। सभी चयनित प्रतिभागियों को व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष कुमार द्वारा नकद ₹500/- प्रदान किया गया।

मंच संचालन पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उदय कुमार कोइराव के द्वारा किया गया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी चलन्त डॉ आलोक कुमार के द्वारा किया गया।

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