एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में बेरमो कोयलांचल में 11 फरवरी को पुण्यतिथि पर याद किए गए भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय । उनकी पुण्यतिथि समर्पण दिवस के रूप में जगह-जगह मनाई गई।
जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के हद में फुसरो स्थित गिरिडीह के पूर्व सांसद रविंद्र कुमार पांडेय के आवासीय कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पं. दीनदयाल उपाध्याय और तिलका मांझी की जयन्ती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर पूर्व सांसद पांडेय ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने देश की सनातन विचारधारा को युगानुकूल प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद की विचारधारा दी। वे समावेशित विचारधारा के समर्थक थे और देश को दुनिया का सर्वाधिक सशक्त बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि बाबा तिलका मांझी का जन्म 1750 ई. में तिलापुर गांव में हुआ था। उन्होंने 1783 में अंग्रेज शासन के खिलाफ विद्रोह प्रारंभ किया था।
कहा कि बाबा तिलका मांझी ने अंग्रेज अधिकारी क्लीवलैंड को तीर की नोक से मारा। सन् 1784 में उनको गिरफ्तार कर दोनों हाथों को बांधकर घोड़ा द्वारा घसीट-घसीट कर यातनाएं दी गई। अंत में 1785 ईस्वी में भागलपुर में उन्हें फांसी दे दिया गया।
इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा ढोरी कांटा घर जाकर वहां स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय चौक पर माल्यार्पण किया गया। यहां कार्यकर्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। मौके पर भाजपा के वरीय नेता मधुसूदन प्रसाद सिंह, विनय सिंह और युवा नेता विक्रम पांडेय ने कहा कि भाजपा राष्ट्रहित के लिए कार्य करने वाली पार्टी है।
दिनोंदिन इस पार्टी की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय जनसंघ की स्थापना कर उसे सींचने का काम किया था। उसी का परिणाम है वह दल अब भारतीय जनता पार्टी के रूप में देश का नेतृत्व कर रहा है। मौके पर दिनेश पांडेय, दिनेश सिंह, सुमित सिंह, रोहित मित्तल, नवल किशोर सिंह, शिव प्रकाश पांडेय, शंकर सिंहा सहित दर्जनों गणमान्य शामिल हुए।
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