बंगरा में वाहन जांच के दौरान पुलिस की लाठी से परीक्षार्थी की आंख में लगा गंभीर चोट

एक फरवरी को पुलिस जुल्म से हलकान रहा समस्तीपुर-सुरेंद्र प्रसाद सिंह

समस्तीपुर में ट्रैफिक पुलिस ने उच्च न्यायालय के अधिवक्ता के साथ की अभद्रता

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में दलसिंहसराय के आरबी कॉलेज में 2-3 मिनट देर होने पर एक फरवरी को परीक्षार्थी छात्राओं को रोका गया। प्रवेश देने की मांग पर आरज़ू-मिन्नत कर रही छात्राओं पर पुरुष पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। दूसरी घटना जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के बंगरा थाना का है, जहां वाहन जांच के दौरान वाहन पर बैठी परीक्षार्थी छात्रा का पुलिस पिटाई से आंख में गंभीर चोट लगने से वह परीक्षा देने से बंचित हो गई। तीसरी घटना समस्तीपुर जिला मुख्यालय का बताया जा रहा है, जहां उच्च न्यायालय के अधिवक्ता को ट्रेफिक पुलिस द्वारा गाली-गलौज के बाद सड़क जाम कर दिया गया।

इन घटनाओं को लेकर भाकपा माले जिला स्थायी समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि सरकार का पुलिस पर इकबाल खत्म हो गया है। पुलिस से पाॅब्लिक के साथ मित्रवत व्यवहार सीखाया जाता है, लेकिन इससे पुलिस की दादागिरी एवं गुंडागर्दी कम नहीं हो रहा है।

माले नेता सिंह ने पहली घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि केंद्राधीक्षक एवं मजिस्ट्रेट द्वारा स्व विवेक के आधार पर यदि 2-3 मिनट देर से आने के बाबजूद छात्राओं को परीक्षा में प्रवेश का अनुमति दे दिया जाता तो कौन-सा पहाड़ टूट जाता।
दूसरी घटना बंगरा थाना के पास वाहन चेकिंग के दौरान परीक्षार्थी को लेकर परीक्षा केंद्र की ओर जा रहे वाहन चालक द्वारा देर होने के कारण वाहन नहीं रोका तो पुलिस लाठी चला दी। इसमें छात्रा की आंखों में गंभीर चोट लग गया और वे परीक्षा देने से वंचित हो गई।

छात्रा का भविष्य दांव पर लग गया। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर मुख्यालय में वाहन चेकिंग के दौरान उच्च न्यायालय के अधिवक्ता को गाली-गलौज, देख लेने-दिखा देने जैसी गुंडों की भाषा का इस्तेमाल किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण रहा।

इन घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सह जिला स्थायी समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि एक फरवरी को पुलिस जुल्म के लिए समस्तीपुर को काला दिवस के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस की मनमानी एवं क्रूरता जंगलराज की याद ताजा कर दी है। उन्होंने कहा कि बिहार की भाजपा-जदयू के नीतीश सरकार का पुलिस पर इकबाल खत्म हो गया है। सरकार वेंटीलेटर पर है।

सभी सरकारी कार्यालय भ्रष्टाचार के गिरफ्त में है। अधिकारी मनमानीपन पर उतर आये है। इसे बिहार की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने उपरोक्त तीनों घटनाओं का जांच कर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने एवं परीक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं का विशेष परीक्षा लेने का बंदोबस्त करने की मांग की है।

 

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