मुश्ताक खान/ मुंबई। वाशीनाका (Vashinaka) में स्थित फ्री वे (Freeway) के नीचे सरकारी जमीन को कब्जाधारियों से मुक्त कराने में मनपा एम पश्चिम, मेंटेनेंस विभाग के अधिकारियों ने भारी सफलता पाई है। बताया जाता है की फ्री वे के नीचे खाली पड़ी सरकारी जमीन पर भंगार माफियाओं ने कब्जा कर लिया था। एक अन्य जानकारी के अनुसार एमएमआरडीए (MMRDA) और पी डब्लूडी (PWD) द्वारा इस जमीन को खाली कराने के लिए कई बार कोशिश की गई, लेकिन विभागों को सफलता नहीं मिली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सहायक मनपा आयुक्त पृथ्वीराज चव्हाण के निर्देश पर सहायक अभियंता अनिल क्षीरसागर और कनिष्ठ अभियंता विकास धौंड की टीम ने वाशीनाका स्थित फ्री वे के नीचे सरकारी जमीन को कब्जाधारियों से मुक्त कराने में भारी सफलता पाई है। आरसीएफ पुलिस (RCF Police) के भारी बंदोबस्त के बीच मनपा के एई और जेई ने पटेलनगर (एसवीपी नगर) की सरकारी जमीन को खाली करा लिया।
वहीं स्थानीय समाजसेवकों का कहना है कि समय रहते मनपा ने इस जमीन का उपयोग नहीं किया तो फिर कोई कब्जा कर सकता है। बता दें की फ्री वे के नीचे दोनों तरफ अब भी लोगों का कब्जा बरकरार है।
गौरतलब है कि अणिक पांजरा पोल परियोजना निर्माण के दौरान वाशीनाका के सरदार वल्लभ भाई पटेल नगर (SVP Nagar) के रहिवासियों में से कुछ लोगों को आरएनए पार्क और बाजू की इमारत में पुनर्वास कराया गया। उक्त परियोजना के प्रभावितो में से कुछ लोगों को अब तक घर नही मिला है।
ऐसे लोग अब भी भटक रहे हैं। लेकिन पटेल नगर के दुकानदारों को पी डब्लूडी (राज्य सरकार के सार्वजनिक बांधकाम विभाग) चेंबूर द्वारा फ्री वे के नीचे दोनों तरफ टेम्परोरी (अस्थाई) दुकान बनाने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद अस्थायी दुकाने बनी जो अब पूरी तरह स्थायी हो गई है। जबकि तोड़े गए 8 या 10 दुकानदारों को उनकी जगह के बदले अलग-अलग स्थानों पर शिफ्टिंग दी जा चुकी है।
अब यहां के दुकानदारों को दोहरा फायदा हो रहा है। इतना ही नहीं उक्त दुकानदारों के साथ इस परिसर में अनेक लोगों ने अपना आशियाना बना लिया है। यहां के समाजसेवकों का कहना है कि आणिक पांजरापोल परियोजना के दर्जनों प्रभावित अब भी घर मिलने की आस में है। वहीं दूसरी तरफ यहां के दुकानदारों ने फ्री वे के नीचे सरकारी जमीन को औने पौने भाव में बेचा है।
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