प्रहरी संवाददाता/बोकारो। सेल के बोकारो इस्पात प्रबंधन के नकारात्मक रवैये के बावजूद काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार मजदूरो ने एकता के बदौलत मृतक हरेन्द्र कुमार भारती के लिये न्याय हासिल किया है।
बताते चले कि मृतक हरेन्द्र कुमार, कर्मचारी संख्या:- 787517, बीएसएल के धमन भट्ठी विभाग के एम.एम.11 में कार्यरत थे। स्व. भारती को बीते 4 जनवरी को सामान्य पाली में कार्य करते हुए साँस लेने मे दिक्कत के बाद सहकर्मियो द्वारा ईलाज के लिये प्लांट मेडिकल अस्पताल लाया गया।
जहाँ उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर ईलाज के लिये चिकित्सको ने उन्हे बोकारो जेनरल अस्पताल रेफर कर दिया। जहाँ लम्बी ईलाज के बाद बीते 21 जनवरी की रात्रि लगभग 10:30 बजे निधन हो गया। बताया जाता है कि बीजीएच की लापरवाही एवं सुस्त व्यवस्था ने आखिरकार उक्त मजदूर की जान ले ली। भारती के देहांत की खबर संयंत्र मे आग की तरह फैल गयी।
मृतक क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के सक्रिय सदस्य थे। उसके निधन की खबर पाकर युनियन के महामन्त्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह स्वयं बीजीएच पहुँचे। वे शोक संतप्त परिजनो को धैर्य दिलाते हुए नियमानुसार आश्रित के नियोजन पर हो रही विलंब पर मौजूद प्रबंधन के अधिकारियो पर जमकर बरसे।
बताया जाता है कि शुरू मे प्रबंधन का रवैया एकदम नकारात्मक एवं लीपा-पोती वाला था। मगर सिंह एवं साथी कर्मचारियो के उग्र रवैये के आगे अधिकारियो की एक न चली। सिंह ने प्रबंधन को साफ-साफ कह दिया कि सभी मजदूर एकजुट हैं। या तो नियोजन दो या ब्लास्ट फर्नेस बन्द के लिये तैयार रहो। अन्ततः काफी खींचतान और जद्दोजहद के बाद मृतक के आश्रित को एडीएम मेन गेट पर बोकरो इस्पात संयंत्र मे स्थायी नियोजन पत्र दिया गया।
मौके पर सिंह के साथ आर.के.सिंह, शशिभूषण, ब्लास्ट फर्नेस मे युनियन के शाखा अध्यक्ष विपिन कुमार सिंह, शाखा सचिव अम्बेडकर, इरफान सहित मनोज ठाकुर, संतोष कुमार, संतोष कर्मकार, अरविन्द कुमार, चन्द्र प्रकाश, अभिषेक कुमार, के. के. रजवार, मन्टु प्रसाद मुर्मू, असलम अंसारी, बाल गोविंद किस्कु, एस.के. सिंह, विजय कुमार, अमरदीप सहित सैकड़ो मजदूर एवं युनियन पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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