रेलवे बोर्ड लाभकारी परियोजना को लाभ व् नुकसान के तराजू पर न तौले-दीपेश निराला

संदर्भ: सिमडेगा, गुमला, खूंटी और चतरा में होने वाला है रेलवे निर्माण का काम

एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड के सिमडेगा, गुमला, खूंटी और चतरा जिला मुख्यालय को देश के रेल नेटवर्क से जोड़ने का काम शुरू हो गया है। इस संदर्भ में झारखंड रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है। अभी तक झारखंड के उक्त चार जिला मुख्यालय रेल सुविधा विहीन रहा है, जिसके लिए यहां की जनता वर्षों से रेलवे की मांग को लेकर संघर्षरत रहा है।

सिमडेगा जिला मुख्यालय में रेल लाओ अभियान आंदोलन के तहत लगातार 15 वर्षों से संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता दीपेश निराला ने उक्त जिलों में सर्वे कार्य पूरा होने और राज्य सरकार द्वारा रेलवे बोर्ड को इस संदर्भ में रिपोर्ट भेजे जाने पर सरकार को साधुवाद दिया है। साथ हि उन्होंने मांग किया है कि जैसा कि सर्वे में दर्शाया गया है कि लोहरदगा से गुमला 55 किलोमीटर और गुमला से सिमडेगा 43 किलोमीटर को जोड़ने का सर्वे किया गया है।

इसका विस्तार सिमडेगा से करीब 28 किलोमीटर और करते हुए इस रेल लाइन को उड़ीसा के राजगांगपुर रेलवे स्टेशन तक करने से यह पूरा रेल सर्किट हावड़ा मुंबई मेन रेल लाइन से जुड़ जाएगा, जिससे लोहरदगा का अल्युमिनियम का अयस्क बॉक्साइट इत्यादि छत्तीसगढ़ के कोरबा स्थित देश की सबसे बड़ी अलमुनियम फैक्ट्री नाल्को तक पहुंच पाएगा। जिससे यह आदिवासी बहुल वन आच्छादित अति पिछड़ा क्षेत्र काफी तीव्र गति से विकास करेगा।

निराला ने कहा कि रेलवे के कारण यहां निर्बाध बिजली आपूर्ति होगी, जिससे पानी की आपूर्ति भी निर्बाध होगी। जिससे सैकड़ो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के साधन पैदा होंगे और कल-कारखानों का जाल बिछेगा। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र खनिज के साथ-साथ वन उत्पाद के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। साथ ही साथ खूंटी को हटिया रेलवे स्टेशन और चतरा को हजारीबाग रेलवे स्टेशन से जोड़ना जनहित में बहुत बड़ा कार्य होगा। इस तरह पूरा झारखंड का सभी जिला रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगा।

उक्त परिस्थितियों में दीपेश निराला ने सरकार के साथ-साथ रेलवे बोर्ड से मांग किया है कि भेजे गए उक्त सर्वे रिपोर्ट को जल्द मंजूरी देते हुए उक्त चारों जिला मुख्यालय को देश के रेलवे नेटवर्क से जुड़वाने का काम कर संवेदक चयन कर उक्त कार्य को यथाशीघ्र जनहित में करवाया जाय। इस परियोजना को लाभ एवं हानि के तराजू में न तौला जाय। उन्होंने कहा कि झारखंड का खूंटी सहित उक्त चारों जिला मुख्यालय को रेल नेटवर्क से जोड़ने से यह धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को एक बड़ी श्रद्धांजलि होगी।

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