लाख प्रयासों के बाद भी नहीं बचाई जा सकी फूलकुमारी

माहेर व मिशन ऑफ लाइफ की कोशिशें असफल

प्रहरी संवाददाता/बोकारो। लगभग आठ दिनों के जद्दोजहद के बाद आखिरकार फूलकुमारी उर्फ मंगरी ने 16 जनवरी की सुबह दम तोड़ दी। उसे बचाने में लगे कथारा ओपी प्रभारी सहित स्वयंसेवी संस्था माहेर तथा मिशन ऑफ लाइफ की कोशिशें अंततः बेकार रहा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के हद में कथारा 4 नंबर स्थित नव प्राथमिक विद्यालय के बंद पड़े जर्जर परिसर से बीते 8 जनवरी को सूचना के बाद कथारा ओपी प्रभारी राजेश प्रजापति, ओपी के सहायक अवर निरीक्षक कृष्णा नंद पाठक, सअनि गुप्तेश्वर पांडेय आदि द्वारा मंगरी को जिर्ण अवस्था में उठा कर सीसीएल के कथारा क्षेत्रीय अस्पताल भेज दिया गया था, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गोमिया बीडीओ महादेव कुमार महतो के निर्देश पर स्वयं सेवी संस्था माहेर तथा कथारा के मिशन ऑफ लाइफ के संस्थापक सुनीता सिंह तथा अध्यक्ष मनोज सिंह के साथ संस्था के सदस्य रौशन कुमार, उत्तम चौबे बोड़िया दक्षिणी पंचायत के पूर्व मुखिया घनश्याम प्रसाद, समाजसेवी संतोष सिंह के सहयोग से उसे सीएचसी गोमिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल बोकारो भेज दिया गया। जहां 16 जनवरी की अहले सुबह मंगरी ने अंतिम सांस ली।

मंगरी की मृत्यु की सूचना मिलते ही मिशन ऑफ लाइफ के सदस्यों के साथ कथारा ओपी प्रभारी ने मृतिका के परिजनों को तलाशना शुरू किया। आपको बता दें कि मृतका कथारा के उक्त स्थान पर अकेले ही जीवन व्यतीत कर रही थी, जिस कारण उसके अंतिम क्रिया के लिए पूरा अमला खासा परेशान था। अथक प्रयास के बाद मृतका मंगरी के दूर के रिश्तेदार बिनेसर चौहान से संपर्क कर मामले की जानकारी दी गई। बिनेसर ने चास पहुंच कर स्थानीय पुलिस के पंचनामे के बाद चास के गर्गा पुल किनारे श्मशान में महिला का अंतिम संस्कार किया गया।

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