एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। कस्तूरबा ढोरी संकुल के कस्तूरबा विद्यालय, अनपति विद्यालय, ढोरी शिशु मंदिर, तुपकाडीह विद्या मंदिर, पिछड़ी शिशु मंदिर तथा मकोली विद्या मंदिर के आचार्य और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए वनभोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन बोकारो जिला के हद में फुसरो-जैनामोड़ पथ पर दामोदर नदी तट हथिया पत्थर के समीप आयोजित किया गया।
जानकारी के अनुसार संकुल संयोजक सह अनपति विद्यालय के सचिव अमित कुमार सिंह एवं संकुल प्रमुख सह कस्तूरबा के प्रधानाचार्य रण सुमन सिंह के नेतृत्व मे संकुल परिवार के सदस्यों ने बेरमो बेरमो के दामोदर नदी के निकट हथिया पत्थर क्षेत्र का भ्रमण किया। शिक्षकों की टीम हथिया पत्थर का दर्शन किया।
मौके पर वनभोज के व्यवस्थापक कस्तूरबा विद्यालय के सचिव धीरज कुमार पांडेय ने चर्चा के दौरान आचार्य एवं कर्मचारियों को बताया कि विकास करना है तो गांव की ओर चले। देश की कुल भू-भाग का एक बड़ा क्षेत्र गांव मे ही बसता है। देश की बड़ी आबादी अभी भी गांव मे ही निवास करती है।
उन्होंने कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कार्यस्थल पर लगातार मन लगा कर काम करते रहना आसान नही है। इसलिए कर्मचारियों का मनोबल बढ़ा रहे, उन्हे कार्य संतुष्टि मिले, इसके लिए कई तरह के कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किए जाते है। संकुल संयोजक और संकुल प्रमुख ने बताया कि शिक्षकों के कार्य कुशलता को बढ़ाने के लिए भी सेमिनार, सम्मेलन, कार्यशाला परिचर्चा समय समय पर कस्तूरबा संकुल द्वारा आयोजित कराए जायेगें।
वनभोज में अनपती विद्यालय के कोषाध्यक्ष दीपक कुमार अग्रवाल, प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्र, तुपकाडीह विद्यालय के कोषाध्यक्ष धनंजय महतो, प्रधानाचार्य मंटू गिरी, मकोली विद्यालय के अध्यक्ष अखिलेश सिंह, कोषाध्यक्ष मंगल देव सिंह, प्रधानाचार्य गणेश कुमार पाल, पिछरी विद्यालय के सचिव डेग लाल महतो एवं प्रधानाचार्य झरना चटर्जी, ढोरी विद्यालय के कोषाध्यक्ष अर्चना सिंह, प्रभारी परमानंद सिंह, संकुल प्रचार प्रसार प्रमुख कुमार गौरव एवं संकुल के सभी विद्यालय के आचार्य, दीदी जी और कर्मचारी बंधु उपस्थित थे।
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