आरपीएफ ने पकड़ा 3 करोड़ का चाइनीज इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स”

कुर्ला एलटीटी पर जब्त हुआ 470 बॉक्स

मुश्ताक खान/मुंबई। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर 470 बॉक्स इलेक्ट्रोनिक डिवाइस “स्पेयर पार्ट्स” पकड़ा है, जो कि लगभग 3 करोड़ से अधिक के होने की संभावना जताई जा रही है। हर्ष ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नामक चेन्नई से मुंबई भेजा गया इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” चाइना का है। इनमें कुछ दिल्ली का भी बताया जा रहा है। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने इस मामले को भारतीय रेल अधिनियम 163 के तहत दर्ज कर गहन जांच कर रही है। चूंकि लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) पर लेने वाले लोगों ने इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” के सही दस्तावेज दिखाने के बजाये झूठा साक्ष्य पेश किया है, जो कि असली से मेल नहीं खाता। शुक्रवार तडके ट्रक पर लोडिंग के दौरान पकडे गए माल की जांच अब आरपीएफ का क्राइम इंटेलिजेंस कर रहा है। एलटीटी, आरपीएफ के वरिष्ट अधिकारी के.बी सिंह के मुताबिक पकडे गए इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” का असली मालिक अब तक सामने नहीं आया है और न ही जीएसटी का पेपर उनके पास है।

मिली जानकारी के अनुसार कोरियर कंपनी के नाम भेजा गया 470 बॉक्स इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के “स्पेयर पार्ट्स” में अधिकांश चाइना है, जबकि रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स को गुमराह करने के लिए इस माल के साथ कुछ इंडियन “स्पेयर पार्ट्स” भी इन बॉक्स में रखा गया है। इन सब के बावजूद इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” के दस्तावेजों में भी हेराफेरी का संदेह है। क्योंकि एलटीटी से इन बॉक्स को छुड़ाने वालों ने अब तक इसके सही दस्तावेज दिखने के बजाये झूठा साक्ष्य ही पेश किया है। ऐसे में झूठा साक्ष्य दिखाना या देना कानूनन अपराध है। इसके अलावा इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” के जीएसटी भरने का पेपर भी शक के दायरे में है। इस संबंध में विभाग को पात्र भेजा गया है। झूठा साक्ष्य दिखने के कारण आरपीएफ का क्राइम इंटेलिजेंस भी सक्रिय हो गया है।

गौरतलब है कि आरपीएफ की पूरी टीम इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” भेजने वाले और एलटीटी से इन बॉक्स को छुड़ाने वालों की भी जांच करने वाली है। इसके साथ ही आरपीएफ के वरिष्ट अधिकारी के.बी सिंह ने जीएसटी विभाग को इस मामले की जानकारी दे दी है। ताकि जीएसटी के दस्तावेजों की भी जांच की जा सके। बताया जाता है कि चाइनीज इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” को चेन्नई के रास्ते मुंबई लाने का खेल लंबे समय से चल रहा था। सूत्र बताते हैं कि झूठा साक्ष्य, झूठा हलफ़नामा भर कर गैरकानूनी तरीके से लाये जाने वाले “स्पेयर पार्ट्स” को यहां असेंबल करके अधिक कीमतों पर बेचा जाता है। इससे यहां के व्यापारियों को दो से तीन गुणा अधिक कमाई होती है। चूंकि रेलवे के जरिये बिना जीएसटी भरे कल पुर्जो की शक्ल में इलेक्ट्रोनिक “स्पेयर पार्ट्स” चेन्नई से मुंबई तक पहुंचता था। अब देखना यह दिलचस्प होगा की आगे की जांच में और क्या -क्या सामने आता है।

Tegs: #RPF-caught-chinese-electronic-spare-parts-worth-rs-3-crore

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