सीमेंट फैक्ट्री मजदूर मौत कांड व् पुलिस जुल्म के खिलाफ माले ने सीएम का पूतला फूंका

शव छुपाने व् फैक्ट्री कांड के जिम्मेवार सेफ्टी मैनेजर को जेल में बंद करे पुलिस-प्रभात

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के सरसौना सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर मौत कांड, फैक्ट्री प्रबंधन एवं पुलिस की मिलीभगत एवं मनमानीपूर्ण रवैया के खिलाफ भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने 17 दिसंबर को ताजपुर में प्रतिरोध मार्च निकालकर इमली चौक पर मुख्यमंत्री का पूतला फूंका।

जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में भाकपा-माले कार्यकर्ता ताजपुर के मुर्गियाचक चौक पर ईकट्ठा होकर अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर तीन दिवसीय जिलाव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रतिरोध मार्च निकाला। नारे लगाकर मार्च विभिन्न मार्गो का भ्रमण करते हुए इमली चौक पर पहुंचकर मार्च सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता खेग्रामस के प्रखंड सचिव प्रभात रंजन गुप्ता तथा संचालन किसान नेता ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने किया।

यहां आसिफ होदा, शंकर महतो, मो. कयूम, मो. शकील, अर्जुन कुमार, संजीव कुमार राय आदि ने सभा को संबोधित करते हुए सीमेंट फैक्ट्री कांड के लिए फैक्ट्री प्रबंधन एवं पुलिस की मिलीभगत को जिम्मेवार ठहराया।

सभा को संबोधित करते हुए खेग्रामस के प्रखंड सचिव प्रभात रंजन गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि बीते 12 दिसंबर को रात्रि सीमेंट फैक्ट्री में दबकर झारखंड के मजदूर सूर्यकांत राम की मौत हो गई। मजदूर को सदर अस्पताल के चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा पुलिस अभिरक्षा से अस्पताल से शव को लेकर फरार हो गये। कहा कि शव को फैक्ट्री नहीं ले जाकर फैक्ट्री से 15-20 किलोमीटर दूर फेंकने के उद्देश्य से वैशाली जिला के डभैत चौर लेकर चले गये।

जब मृतक के चचेरे भाई नागेंद्र राम ने शव को फेंकने का विरोध किया तो सेफ्टी मैनेजर उसे पिटने लगा। चिखने-चिल्लाने पर स्थानीय ग्रामीण इकट्ठा हो गये। माजरा को समझ कर शव को लेकर फैक्ट्री पहुंचा दिए जहां आक्रोशित रहिवासी हंगामा पर उतारू हो गये। हंगामा शांत कराने को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें दर्जनों ग्रामीण घायल हो गये। हंगामा में शामिल असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया। इसमें आधे दर्जन पुलिस कर्मी भी घायल हो गये।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने 152, 153 एवं 154/24 तीन प्राथमिकी दर्ज कर 15 नामजद एवं 150 अज्ञात पर एफआईआर दर्ज किया गया। पुलिस सोची-समझी राजनीति के तहत दोषी सेफ्टी मैनेजर को बचा रही है। साथ हीं निर्दोष को एफआईआर में डाल रही है। घर में घूस कर निर्दोष महिला-पुरूष को पिटा जा रहा है।

उन्होंने शव छुपाकर फैक्ट्री कांड करवाने के जिम्मेवार सेफ्टी मैनेजर को हटाने तथा गिरफ्तार करने, निर्दोष का नाम एफआईआर से हटाने, सभी मजदूरों का बीमा कराने, कर्मियों के नामों की सूची को सार्वजनिक करने, फैक्ट्री से फ़ैल रहे प्रदूषण पर रोक लगाने की मांग की है। अंत में कांड एवं पुलिसिया जुल्म का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंका गया।

उक्त आशय की जानकारी भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने देते हुए फैक्ट्री प्रबंधन एवं पुलिस मिलीभगत की जांच पुलिस अधीक्षक द्वारा करने, प्रबंधक पर एफआईआर दर्ज करने, गिरफ्तार निर्दोषों को रिहा करने आदि की मांग की है।

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