एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में अनपति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर फुसरो में 10 दिसंबर को विद्यालय के सबसे वरिष्ठ आचार्य सुनील चंद्र झा का स्नेह मिलन समारोह मनाया गया।
इस मौके पर विद्यालय के सचिव अमित कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार अग्रवाल, प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्रा मुख्य रूप से सम्मिलित हुए। विद्यालय के वन्दना सभा में उनके द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद विद्यालय के कोषाध्यक्ष दीपक कुमार अग्रवाल जो कि विद्यालय के पूर्व छात्र भी है। सुनील आचार्य के साथ पढ़े हुए है। उनके जीवन की कुछ मीठी यादों को आचार्य दीदी के साथ साझा किया।
उन्होंने बताया कि आचार्य सुनील वर्ष 1988 में विद्यालय के एक फाउंडर आचार्य के रूप में आए और उनके द्वारा बताए गए पाठ या विषय वस्तु बहुत ही सरल और आसान हुआ करता था। कितना जल्दी उनका सेवानिवृति का समय आ गया, पता ही नहीं चला। आचार्य नवल किशोर सिंह, निभा सिन्हा, साधन चंद्र धर, मुस्कान कुमारी ने भी उनके साथ बिताए गए लम्हों को सबके साथ साझा किए।
सुनील चंद्र झा ने अपने आशीर्वचन के रूप में कहा कि मैने इस विद्यालय में 37 साल का सफर निष्कलंक व्यतीत किया।सभी आचार्य को मुझे मदद करने हेतु साधुवाद। कहा कि मैने इस विद्यालय के बहुत उतार चढ़ाव को देखा हूं। विद्यालय के शिलान्यास से लेकर विकास तक का सफर मैने देखा हूं। आचार्यों के सहयोग से ही मुझे इतनी प्रतिष्ठा मिली।
आचार्यों से उन्होंने अनुरोध किया कि पैसे की अहमियत एक आचार्य के जीवन में पढ़ाई से कहीं कम है। अर्थात कम पैसे में भी हम आचार्य समर्पण की भावनाओं के साथ भैया बहनों के विकास के लिए निरंतर कार्यरत रहें।भगवान आपके विकास का रास्ता खुद प्रशस्त करेंगे। उन्होंने बताया कि मैने लगभग 10 प्रधानाचार्य के साथ काम किया। मैने कभी भी किसी भी प्रधानाचार्य के आदेश को बायपास करके काम नहीं किया। मैने हमेशा समिति, प्रधानाचार्य के आदेश एवं परामर्शों को सम्मान दिया, जिसके कारण मुझे कभी को कोई परेशानी नहीं हुई।
प्रधानाचार्य ने उनके द्वारा विद्यालय को दिए गए अमूल्य सेवा और विकास में सहयोग के लिए साधुवाद दिया तथा कहा कि कभी भी विद्यालय को आप की आवश्यकता पड़ेगी आप अपना कीमती समय विद्यालय को देंगे। ऐसी अपेक्षा है। सुनील आचार्य ने वर्तमान समिति सचिव को भी विद्यालय व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए साधुवाद दी। सचिव अमित कुमार सिंह ने कहा कि इस विद्यालय में एक विशेष पहचान बना चुके आचार्य सुनील का पूरा कार्यकाल बहुत ही सुंदर रहा है। संघर्षों के साथ ये हमेशा आगे बढ़ते गए। परिणामस्वरूप विद्यालय का विकास जो सामने दिख रहा है।
उन्होंने भगवान से प्रार्थना किया कि आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें।समिति के सचिव सिंह, कोषाध्यक्ष अग्रवाल तथा प्रधानाचार्य मिश्रा ने सामूहिक रूप से आचार्य को प्रतीक चिन्ह, अंग वस्त्र, पदवेश, लेखनी, फाइल तथा अन्य उपहार देकर सम्मानित किया। अंत में शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
65 total views, 2 views today