अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेले में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के आंवले की धूम है। आमजनों के लिए आंवला दवा भी है और उसका स्वाद भी लाजवाब है।
ज्ञात हो कि, यह स्टॉल भी कृषि विभाग प्रदर्शनी प्रांगण में मुख्य दक्षिणी द्वार के ठीक सामने पश्चिम में स्थित हैं। यहां आंवला लड्डू, मुरब्बा, आंवला कैंडी, आंवला चटपटी, आंवला जूसी, आंवला आचार, चटनी और आंवला अमृत का न सिर्फ दर्शन हो रहा है, बल्कि उसकी बिक्री भी हो रही है। इतने सारे औषधीय गुणों से भरपूर उत्पादों के साथ प्रतापगढ़ के अविनाश कुमार पप्पू ने उपरोक्त स्टॉल लगा रखी है।
पप्पू बताते हैं कि ये सारे आंवला प्रोडक्ट वहां कुटीर उद्योगों में तैयार किए जाते हैं, जिसकी पूरे देश में मांग है। बताया कि आयुर्वेद में आंवले के औषधीय गुणों का विशेष वर्णन है, जिसे हमारे ऋषियों ने इसे धातृ – फल भी कहा है। धातृ यानी जो पालन पोषण करे। इसीलिए आंवले को मानव सेहत का रखवाला भी कहा गया है।
आधुनिक चिकित्सा शास्त्र के अनुसार आंवले में विटामिन सी की प्रचुरता है, जिसके कारण यह मानव शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का विस्तार करता है। इस स्टॉल पर दूर-दूर से पर्यटक आकर आंवला प्रोडक्ट की जानकारी ले रहे हैं।
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