नवी मुंबई। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना से भगाकर लाई गई 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची को शिकायत मिलने के मात्र 6 घंटे के भीतर मुक्त करा लिया गया। दिनांक 29 जून 2019 को दिल्ली स्थित शक्ति वाहिनी एनजीओ से नवी मुंबई पुलिस आयुक्त को एक ई-मेल आया था। इस ई-मेल में बताया गया था कि पश्चिम बंगाल के उपरोक्त पते से मुंबई में नौकरी दिलाने के बहाने 15 वर्षीय बच्ची का अपहरण करके लाया गया है।
इस ई-मेल में लिखी जानकारी के आधार पर पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने अपने मातहत अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई कर नाबालिग बच्ची को छुड़ाने का आदेश दिया। नवी मुंबई पुलिस की अपराध शाखा से संलग्न ‘अवैध मानव तस्करी प्रतिबंधक कक्ष’ के अधिकारी अपने दस्ते सहित सक्रिय हो गए। तकनीकी सहायता से पुलिस दस्ते को जल्द ही पता चल गया कि अपहृत नाबालिग बच्ची को रायगड जिले अंतर्गत उलवे सेक्टर 19-बी में बामणडोंगरी स्थित निलेश म्हात्रे चाल के घर क्रमांक 1235 में छिपाकर रखा गया है।
जब वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अर्जुन गरड के नेतृत्व में पुलिस के दस्ते ने वहां छापा मारा तो 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची हबीबमुल्ला अंचार मुल्ला (उम्र 28 साल) के पास मिल गई। हबीबमुल्ला ने बताया कि वह अपने मित्र अशरफुल शायेब मुल्ला उर्फ़ बाबू के साथ मिलकर दिनांक 9 जून 2019 के दिन नाबालिग बच्ची को मुंबई में नौकरी दिलाने के बहाने लेकर निकला था।
ये लोग दिनांक 11 जून 2019 के दिन नवी मुंबई क्षेत्र स्थित उपरोक्त पते पर पहुंच गए थे। यहां ये दोनों नाबालिग बच्ची को अनैतिक कार्यों में लगाने वाले थे। फिलहाल अशरफुल शायेब मुल्ला उर्फ़ बाबू वापस पश्चिम बंगाल भाग गया है। पुलिस ने फरार अशरफुल शायेब मुल्ला को पकड़ने के लिए उसकी पूरी जानकारी पश्चिम बंगाल के स्थानीय पुलिस को दे दी है।
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