रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही बोकारो जिला के हद में बेरमो अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्र में अवैध कारोबारियों द्वारा खुलेआम शराब धड़ल्ले से बेची जा रही है।
साथ ही बालू, पत्थर तथा कोयला का अवैध कारोबार जोरो से जारी है। बताया जाता है कि अवैध कारोबारियों को किसी का डर नहीं रहता है, क्योंकि चुनाव में सभी प्रशासनिक तथा पुलिस पदाधिकारी हो अथवा उच्च पदाधिकारी। सभी चुनाव कार्य में व्यस्त रहते हैं। जिसका फायदा उठाकर अवैध कारोबारी का मनोबल इतना ऊंचा हो जाता है, कि एक महीना के अंतराल में धंधेबाज मालामाल हो जाते है।
बताया जाता है कि पहले यह अवैध धंधा रात के अंधेरे में किया जाता था, लेकिन अब दिन में ही अवैध धंधा का कारोबार चल रहा है। सूत्रों के अनुसार प्रत्येक दिन 500 की संख्या में मोटरसाइकिल से कोयला बंगाल भेजा जाता है। बंगाल जाने का रूट कसमार थाना क्षेत्र तथा जरीडीह थाना क्षेत्र बताया जाता है। साथ ही बिना चालान का हीं बालू, पत्थर भी बेधड़क क्षेत्र में खपाया जाता है।
जिसके चलते सरकार को राजस्व की घोर क्षति हो रही है। सूत्र बताते है कि अवैध बालू प्रत्येक दिन 300 टैक्टर खपाया जाता है। वही अवैध कारोबार पत्थर को जंगल क्षेत्र से खनन कर सड़क निर्माण कार्य में खपाया जा रहा है।
सूत्रो का मानना है कि अगर सही जानकारी लेनी हो तो दामोदर नदी खाजो नदी से बालू का उठाव होता है।
इसका रूट चलकरी, खेतको, अंगवाली के कई क्षेत्र है। जहां सुबह 4 बजे से शुरू होकर रात्रि 10 बजे तक पेटरवार, कसमार, जैनामोड़ तथा बोकारो में खपाया जाता है। यह माइनिंग विभाग को मालूम है, इसके बावजूद भी अवैध कारोबारी का खुलेआम कारोबार चल रहा है। वही पत्थर का खनन वन विभाग के क्षेत्र से खुलेआम हो रही है और सड़क निर्माण में यह पत्थर खपाया जाता है।
रही बात शराब का तो साप्ताहिक बाजारों में पान गुमटियों, ढाबा, रेस्टोरेंट एवं कई तथाकथित रहिवासी द्वारा अपने घर में शराब पीने से लेकर बेचने तक सिलसिला जारी रहता है। सूत्रों का मानना है कि सही जानकारी प्राप्त करनी हो तो साप्ताहिक हाट में यह नजारा देखने को मिल जाएगा। जिस जगह शराब का खुल्लम खुल्ला बिक्री होता है उसमें कसमार प्रखंड के साप्ताहिक हाट एवं होटल, चौक चौराहे में खुलेआम शराब कि बिक्री होती है।
उत्पाद विभाग को इसकी जानकारी है, जहां अक्सर शराब की बिक्री हो रही है। कसमार प्रखंड के बाजार के अलावा खैराचातर, दांतू, बगदा, मधुकरपुर, पीरगुल शामिल है। शराब की बिक्री अन्य प्रखंडों में भी है, लेकिन कसमार प्रखंड में अवैध शराब की बिक्री चुनाव के समय अधिक रहती है।
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