दर्जनों घटना से समस्तीपुर का राष्ट्रीय व् अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा-कॉ बंदना सिंह
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर की सांसद शांभवी चौधरी का बयान कि समस्तीपुर को कोई नहीं जानता था, उनके सांसद बनने के बाद संसद में बोलने पर जानने लगे हैं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य सह समस्तीपुर के प्रभारी कॉमरेड धीरेंद्र झा तथा भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य सह महिला संगठन ऐपवा के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कॉ झा ने 26 सितंबर को कहा कि भाजपा, जेडीयू, जनसुराज और लोजपा जैसी पार्टियों ने ऐसे-ऐसे नेताओं को मिथिलांचल में प्रमोट किया है जो समाज, इतिहास और राजनीतिक आंदोलनों से अपरिचित हैं। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर की सांसद शांभवी चौधरी को यह भी जानकारी नहीं है कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर समस्तीपुर से ही सांसद बने थे। समस्तीपुर जिला कब बना, इसकी जानकारी भी इनके पास नहीं होगा।
इन वित्त पोषित पिता पोषित नेताओं के पास यह जानकारी भी नहीं होगा कि बलिराम भगत कॉलेज के संस्थापक कौन हैं। वशिष्ठ नारायण सिंह, सूरज नारायण सिंह, रामानंद मिश्र, भोगेंद्र झा, राजकुमार पूर्वे, रामदेव वर्मा आदि कौन थे?
खुदीराम बोस की गिरफ्तारी यहीं से हुई थी। पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की गिरफ्तारी यहीं समस्तीपुर में हुआ था। तत्कालीन कद्दावर कांग्रेस नेता ललित नारायण मिश्र हत्याकांड में निगेटिव ही सही समस्तीपुर चर्चा के केंद्र में रहा है। राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, कवि विद्यापति की कर्मभूमि, राष्ट्रकवि दिनकर का ससुराल आदि के कारण समस्तीपुर पूरे देश में चर्चा के केंद्र में रहा है।
कॉ झा ने कहा कि एक ही मंदिर में हिंदू समुदाय के महादेव एवं मुस्लिम समुदाय के खुदनी बीबी की मजार हिंदू-मुस्लिम एकता का पूरे देश में अद्वितीय उदाहरण मोरबा- समस्तीपुर रहा है। कहा कि ऐसे अन्य दर्जनों उदाहरण हैं जिसके कारण समस्तीपुर बिहार, भारत ही नहीं विश्व स्तर पर अपना पहचान बनाया है।
मौके पर भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य सह महिला संगठन ऐपवा के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष कॉ बंदना सिंह ने शांभवी चौधरी के बयान को समस्तीपुर को अपमानित करने वाला बताते हुए समस्तीपुर की जनता से माफी मांगने को कहा है। साथ ही उन्होंने समस्तीपुर की जनता से अपील किया है कि इस बड़बोले सांसद को जनता जरूर सजा दे।
महिला नेत्री सिंह ने कहा कि असली सजा के हकदार इनके पिता हैं जिन्होंने एक अराजनीतिक संतान को टिकट खरीद कर इस पद पर बिठा दिया है। उन्होंने तल्ख़ लहजे में कहा कि राजनीति अगर धन बल का खेल बन जाये तो समाज को ऐसे प्रतिनिधियों को झेलना ही पड़ेगा। उन्होंने घोषणा की है कि यदि समस्तीपुर को अपमानित करने वाला बयान पर सांसद माफी नहीं मांगी तो इसके खिलाफ आंदोलन का रूख अख्तियार किया जाएगा।
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