केबी कॉलेज में करमा महोत्सव व् हिंदी दिवस पर एकदिवसीय संगोष्ठी

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में जारंगडीह स्थित के. बी. कॉलेज बेरमो में 13 सितंबर को करमा महोत्सव एवं हिंदी दिवस के अवसर पर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

कॉलेज के हिंदी विभाग, कल्चरल कमिटी एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में करमा महोत्सव एवं हिंदी दिवस के पूर्व संध्या पर एक दिवसीय संगोष्ठी सुचना क्रांति के युग मे हिंदी का बदलता स्वरूप विषय पर आयोजन प्राचार्य लक्ष्मी नारायण की अध्यक्षता में विधिवत् दीप प्रज्ज्वलित कर जंतु शास्त्र सभागार मे उद्घाटन किया गया।

इस अवसर पर प्राचार्य लक्ष्मी नारायण ने कहा कि 14 सितंबर के दिन हर वर्ष हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा मंडेरियन, स्पेनिश, अंग्रेजी के बाद दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। साथ ही करमा पर्व पर कहा कि झारखंड राज्य का एक महत्वपूर्ण व प्रमुख पर्व है, जो सदाचार, परंपरा व सामाजिक एकता का प्रतीक है।

प्रोफेसर इंचार्ज गोपाल प्रजापति ने कहा कि हिंदी हमारी मातृ भाषा है जो संपूर्ण देश को एकता के सूत्र में बांध रखी है। साथ ही करमा एक बड़ा प्राकृतिक पर्व है। विभागाध्यक्ष डॉ मधुरा केरकेट्टा ने कहा कि हर हिंदुस्तानी हिंदी भाषा के जरिए अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करता है। करमा पर्व आदिवासी संस्कृति का प्रतीक है।

डॉ अरुण कुमार रॉय महतो ने कहा कि 14 सितंबर का दिन पूरे भारत वर्ष को जोड़ने वाली भाषा हिंदी को समर्पित है। यह दिन हिंदी के सम्मान व उसे बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। करमा पर्व आदिवासी सदियों से मनाते आ रहे हैं। डॉ प्रभाकर कुमार ने कहा कि हिंदी जनमानस की भाषा है। हर भारतीय अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में इसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं।

करमा पर्व पर उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय में खेती बारी के कार्यों की समाप्ति के बाद इसे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। डॉ अरुण रंजन ने कहा कि हिंदी भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। अन्य वक्ताओं में डॉ वासुदेव प्रजापति, रविंद्र कुमार दास आदि ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किया।

इस अवसर पर छात्र छात्राओं के बीच प्रतियोगिता करवाई गई, जिनमें भाषण, निबंध, कविता, स्लोगन प्रतियोगिता करवाए गया। कविता पाठ में मोहिनी कुमारी, ज्योति कुमारी, हिमानी कुमारी प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय रही। स्लोगन मे निशा कुमारी, रिशा कुमारी, पिंकी कुमारी, पोस्टर में मुस्कान कुमारी, ज्योति कुमारी, निशा कुमारी, निबंध में आशा कुमारी, रिशा कुमारी और फुल कुमारी ने प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त की, जिन्हें प्रमाण पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। अंत में छात्राओं ने करमा पर्व का सामूहिक नृत्य प्रस्तुति की।

मंच संचालन डॉ नीला पूर्णीमा तिर्की तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ अरुण कुमार रॉय महतो ने किया। हिंदी दिवस व करमा महोत्सव के अवसर पर उपरोक्त के अलावा डॉ व्यास कुमार, डॉ वासुदेव प्रजापति, प्रो. अमीत कुमार रवि, प्रो. विपुल कुमार पांडेय, डॉ शशि कुमार, डॉ विश्वनाथ प्रसाद, डॉ बेरा, प्रो. पी पी कुशवाहा, प्रो. संजय कुमार दास, कार्यालय कर्मी सदन राम, मो. साजिद, रवि कुमार यादविंदु, शिव चन्द्र झा, संतोष राम, करिश्मा, काजल, अजय हांसदा, बालेश्वर यादव, भगन घासी समेत छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।

 

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