लोक सेवाश्रम के संत रामदास उदासीन की 25वीं पुण्यतिथि पर रामचरित मानस पाठ

बाबा रामलखन व् रामदास की कृपा से आश्रम का आध्यात्मिक विकास-संत मौनी बाबा

प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर में स्थित ख्याति प्राप्त लोकसेवा आश्रम के संत स्व.बाबा रामदास उदासीन की 25वीं पुण्यतिथि पर एक अगस्त को श्रीरामचरित मानस प्रचार समिति सोनपुर द्वारा अखंड रामचरित मानस पाठ किया गया।

इस अवसर पर बिहार प्रदेश उदासीन महामंडल के अध्यक्ष व लोकसेवा आश्रम के वर्तमान व्यवस्थापक संत विष्णु दास उदासीन उर्फ मौनी बाबा के सफल मार्गदर्शन में आश्रम में महा भंडारा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया। सुबह-शाम की महाआरती में भी हजारों की संख्या में भक्तगण शामिल हुए।

संध्या महा आरती के उपरांत विष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा ने अपने गुरु बैकुंठ वासी रामदास उदासीन के गुणों का विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि उन्हीं की कृपा और आशीर्वाद से यह आश्रम दिन दूनी रात चौगुनी आध्यात्मिक रफ्तार से विकास कर रहा है।

उन्होंने कहा कि बिहार के पूर्व डीजीपी अब संत जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी गोविंदाचार्य गुप्तेश्वरजी महाराज का आश्रम के प्रति जो स्नेह, प्यार और लगाव है। उससे आश्रम में चार चांद लगा है। इसको कभी नहीं भुलाया जा सकता।

कार्यक्रम के प्रारंभ में सर्वप्रथम संत मौनी बाबा ने अपने बैकुंठवासी गुरु दादा संत शिरोमणि बाबा रामलखन दास एवं रामदास उदासीन के तैल चित्रों पर माल्यार्पण कर उनसे आशीर्वाद ग्रहण किया।

तत्पश्चात आश्रम में मौके पर पहुंचे आश्रम के परम् भक्त अनिल सिंह गौतम, हरिमोहन यादव, आश्रम के विधि सलाहकार वरिष्ठ अधिवक्ता सह पत्रकार विश्वनाथ सिंह, अभय कुमार सिंह, लाल दास, नित्यानंद सिंह, अजय कुमार, सुनील कुमार यादव, मनीष कुमार, विपिन कुमार सिंह, शनि कुमार, अरुण कुमार, पत्रकार संजीत कुमार, सत्तन शर्मा, समाजसेवी लालबाबू पटेल, आदि।

अरविंद सिंह, धर्मनाथ महतो, संतोष कुमार तिवारी, अवधेश पांडेय, गुलाब सिंह, भोला सिंह, रामसागर सिंह, पारस पंडित, सच्चितानंद सिंह, रामबालक राय, जयराम बाबू, दिनेश प्रसाद श्रीवास्तव, हरिनाथ सिंह आदि ने उपस्थित होकर बैकुंठवासी दोनों संतों की समाधि पर पुष्प अर्पण कर नमन किया।

तत्पश्चात दोनों बैकुंठवासी संतों के जीवनी पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए अधिवक्ता विश्वनाथ सिंह ने कहा कि बैकुंठवासी दोनों बाबा महा तपस्वी एवं अध्यात्म की गंगा में गोता लगाने वाले थे। उन्हीं के आदेश और मार्ग का अनुकरण मौनी बाबा भलीभांति कर रहे हैं।

इस अवसर पर बैकुंठ वासी शिरोमणि संत रामदास उदासीन की पुण्यतिथि पर बिहार प्रांत के सारण, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, नालंदा, गया, सिवान, गोपालगंज, उत्तर प्रदेश प्रांत के झांसी, गाजियाबाद सहित कई जिलों से भक्तों ने आकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। सभी भक्तों ने आश्रम प्रांगण में बने सूर्य भगवान तथा शनि देव के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की।

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