ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। आंदोलनात्मक कार्यक्रमों को निर्धारित करने तथा आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बोकारो जिला परिषद द्वारा एकदिवसीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक 24 जुलाई को बोकारो जिला के हद में विवाह मंडप पेटरवार में आयोजित किया गया। अध्यक्षता आई डी सिंह ने की।
उक्त बैठक में रिपोर्ट पेश करते हुए पार्टी के बोकारो जिला सचिव पंचानन महतो ने कहा कि अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के आह्वान पर आगामी एक सितंबर को आयोजित होने वाले मांग दिवस के कार्यक्रम को बोकारो में आगामी 5 सितंबर को समाहरणालय के समक्ष आयोजित करने का प्रस्ताव दिया गया। जिसे बैठक सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। बैठक में विचारोंपरान्त सभी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का भी निर्णय लिया गया।
इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा नेता एवं झारखंड आंदोलनकारी इफ्तेखार महमूद ने कहा कि आईपीसी, सीआरपीसी तथा साक्ष्य अधिनियम के जगह पर वर्तमान केंद्र सरकार ने मनमानी ढंग से जो नया न्याय संहिता (कोड) एक जुलाई से प्रभावित किया है, उस न्याय संहिता से न्यायपालिका कमजोर हो गई।
सरकार के नियंत्रण में काम करने वाली पुलिस विभाग को असीमित अधिकार मिल गया है। उन्होंने कहा कि नया कानून के अंतर्गत किसी भी मुकदमा में जमानत के बाद भी पुलिस को हिरासत में लेने का अधिकार मिल गया है।
महमूद ने कहा कि जमानत होने के बाद भी हिरासत में लेने का पुलिस को मिलनेवाली शक्ति से जमानत और न्यायपालिका का कोई महत्व ही नहीं रह जाता है। उन्होंने बताया कि 7 साल से कम सजा होने वाली धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की थानेदार की बाध्यता को समाप्त कर उसके मर्ज़ी पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीते एक जुलाई से लागू नया आपराधिक कानून जन आंदोलनो को कुचलने का एक हथियार है।
बैठक को आफताब आलम, सत्येंद्र कुमार, दिवाकर महतो, शाहजहां, महेंद्र मुंडा, आईडी सिंह आदि ने संबोधित करते हुए बोकारो जिला में पार्टी को और सशक्त बनाने और जबरदस्त आंदोलन करने पर प्रकाश डाला। बैठक में आनंद कुमार सिंह, दशरथ मांझी, चुम्बन महतो, सोमर मांझी, देवानंद प्रजापति, महादेव महतो, सरजू महतो, प्रदुमन सोनी, शकीरा बानो, मुकुंद साव आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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