मुंबई। सीएसटी रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार को हुए पुल हादसे के बाद मनपा प्रशासन ने पुलों का दोबारा स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का निर्णय लिया है। मनपा की तरफ से सीके कांड कंसल्टेंट्स प्रा.लि .को पत्र लिख कर पश्चिम उपनगर के 157 पुलों का दोबारा स्ट्रक्चरल ऑडिट एक माह के अंदर करने के लिए कहा गया है। बता दें की ब्रिज हादसे में जहां 6 लोगों की मौत हो गई, वहीं 51 लोग घायल हो गए।
मनपा के 2 अधिकारियों के निलंबन के बाद अब पादचारी पुल का ऑडिट करने वाली कंपनी डीडी देसाई एसोसिएटेड इंजीनियरिंग कंसल्टिंग एंड एनाल्य्स्ट प्रा.लि.के मालिक दिलीपकुमार देसाईं एवं मरम्मत करने वाली कंपनी आरपीएस इंफ्राप्रोजेक्ट्स प्रा.लि.को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बताया गया कि देसाई के खिलाफ पुलिस थाने में मामला भी दर्ज कराया जा सकता है। मनपा ने मुंबई के सभी पुलो का स्ट्रक्चरल ऑडिट करने का निर्णय 2016 में लिया था और ऑडीटर से रिपोर्ट आते आते दो साल बीत गया। वर्ष 2018 में आई रिपोर्ट के बाद पुलों के मरम्मत का ठेका देने की शुरुआत की गयी।
स्ट्रक्चरल ऑडिट करने वाले डीडी देसाई की कंपनी की तरफ से सीएसटीएम ब्रिज को मामूली मरम्मत करने की जरूरत बताया गया था। मनपा ने सभी को तत्काल पत्र देकर दोबारा स्ट्रक्चरल ऑडिट करने का निर्देश दिया गया है। मनपा की तरफ से किए गए 296 ब्रिजों के स्ट्रक्चरल ऑडिट में 110 को सही सलामत बताया गया था। बताया गया कि जिस कंपनी को हिमालय ब्रिज का स्ट्रक्चरल ऑडिट करने का काम दिया गया था उसका खुद का ऑफिस नहीं था। देसाई अंधेरी स्थित अपने घर से ही काम काज कर रहा था। मनपा ने काम तो दिया था लेकिन किसी तरह की जांच नहीं की थी। जिसको लेकर मनपा के काम काज पर भी सवाल उठ रहे हैं।
मनपा में विपक्ष के नेता रवि राजा ने आजाद मैदान पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को पत्र लिख कर मनपा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और इस मामले में मनपा आयुक्त अजोय मेहता को गिरफ्तार करने की मांग की है। रवि राजा ने कहा है कि मनपा भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है जिसकी वजह से दुर्घटना में बेकसूर मुंबईकरों की जान गयी है।
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