रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के बगदा पुस्तकालय में लगा सोलर जल मीनार कई महीनों से बंद पड़ा है। उक्त सोलर जल मीनार में करीब सात लाख रूपये सरकारी ख़र्च किया गया, लेकिन मात्र दो महीने में ही बनते के साथ खराब हो गया। सरकारी उदासीनता के चलते आज तक नहीं बन पाया है उक्त सोलर जल मीनार।
जानकारी के अनुसार उक्त जल मीनार कई महीना से बंद पड़ा है। सरकार के जल नल योजना के माध्यम से खर्च किया गया सरकारी पैसे की लूट की नियत से जल नल योजना चालू किया गया, जबकि सूत्र के अनुसार उक्त सोलर जल मीनार पहले से ही बंद था। उसके बाद भी जल नल योजना चालू कर पैसे की बंदरबांट कर दिया गया।
कई बार इस बाबत विधायक, सांसद, जिला परिषद सदस्य, प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिला के उपायुक्त को सूचना दी गई, लेकिन आज तक खराब जल मीनार नहीं बन पाया है।
15वें वित्त योजना से बने सोलर जलमीनार से कुछ ही महीना के बाद पानी आना बंद हो गया।
इसका मरम्मत भी किया गया, लेकिन उसके बावजूद भी रहिवासियों को बूंद बूंद पानी के लिए भटकना पर रहा हैं। जल नल योजना के तहत ढाई लाख रुपए का ख़र्च किया गया, लेकिन एक बूंद पानी किसी के घर तक नहीं पहुंच पाया। सरकारी उदासीनता और अधिकारी के शिथिलता के कारण सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ।
बगदा 9 नंबर वार्ड के रहिवासी जगदीश महतो, काली महतो, सीताराम महतो, रामप्रसाद महतो, प्रदीप प्रजापति, संजय प्रजापति, प्रताप प्रजापति, पप्पू वर्मा, बबलू वर्मा, बिजय चक्रवर्ती, अनुज वर्मा, सरोज वर्मा, आनंद प्रजापति, गौतम वर्मा, लोखा प्रजापति, पथीक महतो, जीतू वर्मा, प्रेम वर्मा के घरो तक जल नल योजना के तहद सोलर जलमिनार लगा, लेकिन यहां के रहिवासियों को सही रूप से इसका लाभ नहीं मिल सका।
स्थानीय रहिवासियों ने 28 जून को बताया कि पूराना चापाकल मे ही मोटर लगाया गया था, लेकिन मोटर भी अच्छी कंपनी वाला नहीं बल्कि चलाऊ लगाया गया था। जिसके चलते सोलर जल मीनार से कनेक्शन के बाद भी लाभ नहीं मिल सका। लूट खसोट का भेंट चढ गया हैं उक्त सोलर जल मीनार। सूत्रों का मानना है कि अगर मोटर को बदल दिया जाय तो उक्त सोलर जल मीनार का लाभ रहिवासियों को मिल सकता है।
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