रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। लोकसभा चुनाव पूर्व से बंद पेंशन की आस में बीते तीन माह से बोकारो के वृद्धजनों की आंखे अब पथरा गयी है। प्रखंड कार्यालयों का चक्कर काटते-काटते एक तो चप्पल-जुता घीस गया है, दूसरे अब वृद्ध शरीर में ताकत नहीं बचा है।
जानकारी के अनुसार बीते 3 माह से सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलने के कारण बोकारो के वृद्ध रहिवासियों को मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है। जो इसी पर निर्भर है, वही काफ़ी परेशानी दिख रहे है। बताया जाता है कि पेंशन भुगतान को लेकर हमेशा बैंक का चक्कर कभी प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाकर थक जा रहे है।
बैंक का चक्कर लागना उनकी मज़बूरी में शुमार हो गया है, ताकि उन्हें पेशन मिल सके। वृद्धजन बैंक और प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटकर थक जाते है। इसके बाद भी व्यवस्था के कान में जूँ तक नहीं रेंग रहा है। ऐसे में अब केवल उपरवाले पर हीं आस लगी है कि कब उन्हें इस जलालत भरी जिंदगी से मुक्ति मिले?
129 total views, 2 views today